Indian women hockey Team: भारतीय महिला हॉकी टीम तीसरी बार ओलंपिक खेलने से महज एक कदम दूर है। एफआईएच महिला ओलंपिक हॉकी क्वालीफायर के पूल-बी के अंतिम मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इटली को 5-1 से शिकस्त दी। इसी जीत के साथ टीम सेमिफाइनल में पहुंच गई है। हालांकि फाइनल खेलने की राह में अभी भी भारतीय महिला हॉकी टीम के सामने एक चुनौती है। पूल-ए के मैच में जर्मनी को हराना होगा। जर्मनी को शिकस्त देने के बाद टीम फाइनल में पहुंच जाएगी।
मौजूदा प्रदर्शन में करना होगा सुधार
जर्मनी का प्रदर्शन मौजूदा समय में अच्छा है। ऐसे में अगर भारतीय महिला हॉकी टीम को फाइनल के लिए जगह पक्की करनी है तो अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा। भारतीय टीम ने पूल के मैचों में जैसा खेला है उससे बेहतर प्रदर्शन करना पड़ेगा। अगर जर्मनी के साथ मुकाबले में भारतीय टीम को जीत नहीं मिलती है यह बड़ा झटका होगा। ऐसा होने पर भारतीय टीम को सेमीफाइनल में हारने वाली दूसरी टीमों के साथ मुकाबला करना होगा। इस मैच में अगर जीत हासिल हो जाती है तो भी भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर जाएगी।
क्वालिफायर मैच में कई बार मुश्किलों में दिखी टीम
2020 के टोक्यो ओलंपिक में भातरीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था। वह शानदार खेल की दम पर चौथे स्थान पर रही थी। हालांकि, इस साल टीम चार साल पहले की तरह नहीं खेल पाई है। सेमिफाइनल में अगर टीम एक भी गोल खाती है तो यह इसे भारी पड़ सकता है। यह सच है कि भारत ने इटली को बड़े अंतर से शिकस्त दी, लेकिन खेल के दौरान कई बार भारतीय टीम मुश्किलों में नजर आई। 40वें मिनट में दीपिका के पेनल्टी स्ट्रोक से पहले तक इटली ने कड़ी टक्कर दी। इटली ने बराबरी करने दबाव बनाए रखा। हालांकि भारतीय डिफेंडर निकिता प्रधान की वजह से ऐसा नहीं हो सका।
शुरुआती खेल में ही बनानी होगी बढ़त
इटली बहुत मजबूत टीमों में नहीं है, लेकिन भारतीय टीम इटली ने बेहतर प्रदर्शन किया। टीम इंडिया तीसरे क्वार्टर के दसवें मिनट तक एक सिर्फ एक गोल से आगे चल रही थी। इसके बाद गेम बदला और भारतीय टीम एक और गोल दागने में सफल रही। इस गेम से भारतीय टीम को सबक लेनी होगी। खेल की शुरुआत से ही प्रतिद्वंदी टीम पर बढ़त बनाने की कोशिश करनी होगी।