नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गई। भारत ने पहले सेमीफाइनल में मेजबान साउथ अफ्रीका को हराकर फाइनल का टिकट कटाया था। टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नमन तिवारी का भी अहम योगदान रहा। वो अबतक 5 मैच में 10 विकेट ले चुके हैं। नमन ने टूर्नामेंट में दो बार 4-4 विकेट लेने का भी कारनामा किया है। हालांकि, ये तो अभी शुरुआत है। नमन
नमन तिवारी दुनिया की सबसे तेज गेंद फेंकना चाहते हैं और उन्हें ये प्रेरणा किसी और से नहीं, बल्कि जसप्रीत बुमराह से ही मिली है, जिनकी सलाह अपनाकर वो अंडर-19 विश्व कप में नई गेंद से बल्लेबाजों का काल बने हुए हैं। लखनऊ के इस तेज गेंदबाज ने अपनी रफ्तार और यॉर्कर से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है।
बुमराह ने यॉर्कर फेंकना सिखाई: नमन
नमन ने विलोमूर पार्क स्टेडियम में प्रैक्टिस सेशन से इतर पीटीआई भाषा से कहा, ''बुमराह हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। मैं उनके गेंदबाजी वीडियो बहुत देखता हूं। मैं उनसे एनसीए में कई बार मिला हूं और एक गेंदबाज की मानसिकता और कौशल के बारे में उनसे काफी बात की है। उन्होंने मुझे बहुत सी चीजें समझाईं, जो उपयोगी रहीं। उन्होंने मुझे बताया कि सटीक यॉर्कर कैसे फेंकी जाती है, और मैंने उनकी सलाह पर अमल किया और अपनी यॉर्कर पर बहुत काम किया। मुझे और अधिक आक्रामकता लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।"
'मैं बुमराह के वीडियो देखकर गेंदबाजी सीखता हूं'
नमन ने आगे कहा, "मैं अपने पसंद के हर गेंदबाज से कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करता हूं। मैं उनके (बुमराह के) वीडियो देखकर समझने और सीखने की कोशिश करता हूं। मुझे शोएब अख्तर की गति, डेल स्टेन की स्विंग और मिचेल स्टार्क की आक्रामकता बहुत पसंद है।"
'बल्लेबाजी में मौका नहीं मिला तो गेंदबाज बन गया'
तिवारी मूल रूप से बल्लेबाज बनना चाहते थे लेकिन बैटिंग में कम मौके मिलने की वजह से वो गेंदबाज बन गए। उन्होंने कहा कि मैंने एक बल्लेबाज के रूप में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। लेकिन मुझे ज्यादा मौके नहीं मिल रहे थे। इसलिए मैंने लखनऊ की एक एकेडमी में गेंदबाजी करना शुरू किया। क्योंकि मैं बाएं हाथ का हूं, इसलिए मैं बाएं हाथ का तेज गेंदबाज बन गया।"
फिलहाल, नमन का पूरा ध्यान अंडर-19 विश्व कप फाइनल पर है। लेकिन, उनका लक्ष्य भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है।