Paris Olympics Balraj Panwar: पेरिस ओलंपिक में भारत की तरफ से रोइंग में एक मात्र खिलाड़ी ने भाग लिया। इनका नाम है बलराज पंवार। उनकी कहानी दिल को छू लेने वाली है। आज रेपेचेज में दूसरे स्थान पर रहने के कारण बलराज क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। पेरिस ओलंपिक के लिए उनका एक ही लक्ष्य व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। उनका मानना है कि यह उनके लिए सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए पर्याप्त होगा। यहां अब तक कोई भी भारतीय नाविक नहीं पहुंच पाया है।
दिलचस्प बात यह है कि ओलंपिक वेबसाइट पर उनका उपनाम "भारतीय रोइंग का एमएस धोनी" लिखा है, जिससे उन्हें काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी। बलराज ने कहा कि धोनी इतने बड़े खिलाड़ी हैं। मेरी तुलना उनसे कैसे की जा सकती है। मेरा नाम उनके साथ तभी लिया जा सकता है, जब मैं कुछ बड़ा हासिल करूं। हो सकता है कि अगर मैं पदक जीतूं तो यह ठीक होगा।
- Lost his father at a young age
— ESPN India (@ESPNIndia) July 28, 2024
- Joined the Army to support his family
- Took up rowing due to his six-foot frame
- Gold at the national c'ships changed his life
- Only Indian rower in Paris
Balraj Panwar has a wonderful story 🙌@JesuisShyam ✍️: https://t.co/s8UY7ZImym… pic.twitter.com/pnUXmWXk52
दिलचस्प है रोइंग बनने की कहानी
बलराज पंवार के पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार चलाने के जिम्मेदारी उन पर आ गई। इसके बाद उन्हें सेना में भर्ती होने का मौका मिला। सेना में शामिल होने के महज 4 साल बाद ही उन्हें भारत की तरफ से पेरिस ओलंपिक में खेलने का मौका मिल गया। वह भारत की तरफ से पेरिस ओलंपिक में एकलौते नाविक हैं। वह रोइंग के क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच गए हैं।