नई दिल्ली। ऋषभ पंत ने इंडियन प्रीमियर लीग से कॉम्पिटिटिव क्रिकेट में दमदार वापसी की। आईपीएल 2024 में शानदार प्रदर्शन के दम पर पंत को टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिली। आईपीएल के इस सीजन में पंत दिल्ली कैपिटल्स के टॉप स्कोरर हैं। उन्होंने 11 पारियों में 398 रन ठोके हैं।
ऋषभ पंत 16 महीने पहले एक कार हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गए थे। वापसी के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की। कई दौर की सर्जरी के बाद उनका रिहैब पूरा किया। वापसी के लिए पंत ने सिर्फ शारीरिक दम खम भी नहीं बढ़ाया बल्कि मानसिक तौर पर भी खुद को मजबूत किया। उन्होंने टीम इंडिया में वापसी के लिए अपना मनपसंद खाना तक छोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंत ने इस दौरान फ्राइड चिकन, रसमलाई को पूरी तरह छोड़ दिया।
पंत हादसे के बाद से कैलोरी फ्री डाइट पर थे
पंत के कमबैक से जुड़े सूत्र ने बताया, "उन्होंने पिछले दिसंबर से ही कैलोरी फ्री डाइट अपनाई। अगर उन्हें 1400 कैलोरी की जरूरत थी, तो उन्हें 1 हजार कैलोरी ही दी जाती थी। यह उनके लिए कठिन था क्योंकि उन्हें मैच फिटनेस हासिल करने के लिए बहुत कड़ी ट्रेनिंग करनी पड़ी और अपने घायल दाहिने पैर की मांसपेशियों को मजबूत करना पड़ा।"
वापसी के लिए फ्राइड चिकन, रसमलाई तक छोड़ी
रिपोर्ट के मुताबिक,पंत को बिरयानी और फ्राइड चिकन के अलावा रसमलाई भी छोड़ना पड़ा। उसे सुशी खाने की भी अनुमति नहीं थी। पिछले चार महीनों में पंत ने 16 किलो वजन कम किया है। पंत अपने भोजन में स्वाद चाहते थे। इसीलिए जब वह एनसीए में थे तो वह किसी होटल के बजाय बेंगलुरु में एक किराए के घर में रहने लगे। उन्हें घर का बना खाना पसंद था। उन्हें केवल 5 मिलीलीटर अतिरिक्त वर्जिन जैतून का तेल लेने की अनुमति थी। वह ठंडे चिकन के प्रति अपना प्रेम नहीं छोड़ सका। तो इतने तेल में इसे बनाने की विधि निकाली गई।गोवा की भिन्डी उनकी पसंदीदा में से एक थी।”
11 बजे के बाद फोन-टीवी सब देखना बंद किया
सूत्र ने यह भी बताया कि पंत के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के इस्तेमाल पर भी सख्त कदम उठाए गए थे। उन्हें आठ से नौ घंटे की नींद लेना अनिवार्य था और इसलिए उन्हें रात 11 बजे के बाद गैजेट का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।रात 11 बजे फोन, आईपैड और टीवी समेत सभी गैजेट बंद हो जाते थे। अगली सुबह कठोर प्रशिक्षण पर वापस जाने के लिए उन्हें 8-9 घंटे की नींद लेनी पड़ी थी।
इतना ही नहीं फिटनेस हासिल करने के बाद पंत रोजाना 2.5 घंटे नेट्स पर बल्लेबाजी का अभ्यास करते थे। इसके बाद धीरे-धीरे विकेटकीपिंग शुरू की।