नई दिल्ली। बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हाल ही में बाहर किए ईशान किशन और श्रेयस अय्यर की टीम इंडिया में दोबारा वापसी हो सकती है। बीसीसीआई ने इन दोनों के खिलाफ नरम रुख अपनाया है। बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने के बाद अब इन दोनों को 2024-25 घरेलू सीजम के लिए नेशनल क्रिकेट एकेड़मी के हाई परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग प्रोग्राम के चुना है।
ईशान-श्रेयस इस प्रोग्राम के लिए 30 खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं। इसी वजह से इन दोनों के टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद जगी है। पिछले सीजन रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने के कारण अजीत अगरकर की अगुआई वाली सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने श्रेयस और ईशान को कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया था।
बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "बीसीसीआई और सेलेक्शन कमेटी श्रेयस और ईशान किशन के खिलाफ नहीं है। अगर दोनों घरेलू क्रिकेट को लेकर अपना रवैया बदलें और अपनी घरेलू टीमें (मुंबई और झारखंड) के लिए अगले सीजन में खेलें तो उम्मीद है कि इन दोनों को दोबारा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल कर लिया जाए। अगर वो घरेलू क्रिकेट में रन बनाते हैं तो उनकी टीम इंडिया में वापसी भी हो सकती है। श्रेयस फिलहाल आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की कप्तानी कर रहे जबकि ईशान की टीम मुंबई इंडियंस आईपीएल 2024 से बाहर हो गई है।
सूत्र ने कहा, अभी प्रोग्राम की तारीख तय नहीं हुई है। लेकिन, एनसीए हाई परफॉर्मेंस मोनिटरिंग प्रोग्राम में शामिल ये 30 खिलाड़ी अध्यक्ष वीवीएस लक्ष्मण की निगरानी में बेंगलुरु में एनसीए के नए स्टेट ऑफ आर्ट फैसिलिटी सेंटर में एक महीने के कैंप में हिस्सा लेंगे। इस प्रोग्राम में शामिल ज्यादातर खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया है। श्रेयस, ईशान के अलावा इस कैंप में मयंक यादव, उमरान मलिक, आवेश खान, हर्षित राणा, तुषार देशपांडे, रियान पराग, साईं सुदर्शन जैसे खिलाड़ी इस कैंप में शामिल होंगे।
इस सूची में आमतौर पर उन खिलाड़ियों को जगह मिलती है जो टीम इंडिया में शामिल होने के करीब होते हैं। ऐसे खिलाड़ी इंडिया-ए टीम की तरफ से भी खेल सकते हैं।