नई दिल्ली. क्रिकेट में आपने बैटर्स को अजीबोगरीब तरीके आउट होते कई बार देखा होगा। लेकिन, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के बीच मीरपुर टेस्ट में ऐसा कुछ हुआ, जो बेहद कम ही देखने को मिलता है। दरअसल, बांग्लादेश के विकेटकीपर बैटर मुश्फिकुर रहीम को एक गलती इतनी भारी पड़ी थी कि उन्हें मैदान से वापस लौटना पड़ा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा।  

मुश्फिकुर रहीम ने बांग्लादेश की पारी के 41वें ओवर में कीवी पेसर काइल जेमिसन की गेंद पर डिफेंसिव शॉट खेला और फिर गेंद को हाथ से रोक दिया। इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम ने आउट की अपील की और फील्ड अंपायर ने फैसले की समीक्षा के लिए इसे थर्ड अंपायर के पास भेजा। 

टीवी रीप्ले देखने के बाद अंपायर ने माना कि मुश्फिकुर रहीम ने शॉट खेलने के बाद जानबूझकर गेंद रोकी थी, इसलिए उन्हें फील्डिंग में बाधा (Obstructing the field) पहुंचाने के कारण आउट दे दिया गया। 

रहीम के नाम दर्ज हुआ अनचाहा रिकॉर्ड
इससे पहले, इस तरह से आउट होने को "handled the ball" नियम के दायरे में रखा गया था। लेकिन, 2017 में नियमों में बदलाव के बाद "हैंडल्ड द बॉल" श्रेणी को हटा दिया गया और इसे "फील्ड में बाधा डालने" के अंतर्गत लाया गया था। 2017 में नियमों में संशोधन के बाद से रहीम टेस्ट क्रिकेट में इस तरह से आउट होने वाले पहले बैटर बने। इससे पहले, टेस्ट क्रिकेट में 7 बैटर्स को 'हैंडलिंग द बॉल' नियम के तहत आउट दिया गया था।  

क्या है Obstructing the field नियम?
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब यानी MCC के मुताबिक, बैटर को उस सूरत में आउट करार किया जाएगा, अगर वो जानबूझकर अपने विकेट को बचाने की कोशिश करता है। जैसा कि रहीम ने हाथ से गेंद रोकने की कोशिश के दौरान किया। भले ही बॉल विकेट की तरफ नहीं जा रही थी लेकिन क्रिकेट के नियमों के तहत  रहीम की ये हरकत फील्डिंग में बाधा पहुंचाने के दायरे में आती है। इसी वजह से थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया। 

Obstructing the field नियम के तहत बैटर आउट करार दिया जाएगा। अगर उसके हाथ में बल्ला ना हो और वो जानबूझकर गेंद रोकने या शॉट खेलने के लिए उसका इस्तेमाल करे। फिर चाहें बैटर ने पहली बार ही ऐसा क्यों न किया हो। जैसा कि रहीम ने किया था। इसी वजह से उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। रहीम ने आउट होने से पहले 83 गेंद में 35 रन की पारी खेली।