Bihar PACS Election : बिहार में विधानसभा से पहले पैक्स चुनाव की सियासत सरगर्म है। राज्य की 6289 प्रथम साख समितियों (पैक्स) में करीब 61 हजार प्रत्याशी किस्मत अजमा रहे हैं। पहले चरण में 1608 समितियों के लिए वोटिंग कल, 26 नवंबर हो होनी है। पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई हैं। बिहार में पैक्स चुनावों को लिटमस टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है।
बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने पैक्स चुनाव के लिए सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए हर जरूरी इंतजाम किए हैं। हर दो घंटे में वोटिंग प्रतिशत जारी किया जाएगा। सभी उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र बनाए गए हैं। अध्यक्ष का मतपत्र लाल, एससी-एसटी का आसमानी, अति पिछड़ा का सफेद रंग, ओबीसी का हरा और अनारक्षित सदस्यों के लिए नारंगी रंग का मतपत्र होगा।
बिहार पैक्स चुनाव: चरणवार वोटिंग, नामांकन और समितियां
चरण | नामांकन | वोटिंग | पैक्स |
प्रथम चरण | 11 से 13 नवंबर | 26 नवंबर | 1608 |
दूसरा चरण | 13 से 16 नवम्बर | 27 नवम्बर | 740 |
तीसरा चरण | 16 से 18 नवम्बर | 29 नवम्बर | 1659 |
चौथा चरण | 17 से 18 नवम्बर | 01 दिसंबर | 1137 |
पांचवां | 19 से 21 नवंबर | 03 दिसंबर | 1278 |
19 हजार 825 पोलिंग बूथ
बिहार की 6289 साख समितियों में 1.23 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। 19 हजार 825 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। मतदाता सूची में गड़बड़ी के चलते 93 पैक्स के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं।
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162 पैक्सों का चुनाव टला
बिहार की 6584 पैक्स में चुनाव कराए जाने प्रस्ताव राज्य निर्वाचन प्राधिकारी को मिला था, लेकिन 162 पैक्स के चुनाव इसलिए टाल दिए गए हैं, क्योंकि यह पैक्स नगरीय निकाय में शामिल हो गए हैं। यानी अभी 6422 पैक्सों में ही चुनाव हो रहे हैं।
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12 पदों के लिए वोटिंग
बिहार की प्रत्येक पैक्स में 12 पदाधिकारी चुने जाते हैं। अध्यक्ष और सचिव का पद अनारक्षित होते हैं, लेकिन 10 में 6 पदों के लिए आरक्षण लागू किया जाता है। इनमें से दो पद ओबीसी, 2 पद अति पिछड़ा और 2 पद एससी एसटी के लिए रिजर्व होते हैं।