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BPSC protest: पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर 5वीं बार लाठीचार्ज किया गया है। प्रदर्शनकारी छात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास की ओर मार्च कर रहे थे।

BPSC protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के 70वें प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक का मामला बढ़ता जा रहा है। बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में री-एग्जाम को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार (29 दिसंबर) को प्रदर्शनकारी छात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास की ओर मार्च कर रहे थे, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटरकैनन का उपयोग किया।

बीपीएससी अभ्यर्थियों पर 5वीं बार लाठीचार्ज किया गया है। इससे पहले 6 दिसंबर को गर्दनीबाग में तीन बार और 25 दिसंबर को बीपीएससी कार्यालय के पास छात्रों पर लाठियां भांजी गई थी।

सरकार ने छात्रों को दिया था बातचीत का ऑफर
देर शाम प्रशांत किशोर ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने चर्चा के लिए छात्रों को ऑफर दिया है। किशोर ने कहा कि 5 छात्रों का डेलिगेशन मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात करेंगे। अगर इस मुलाकात से कोई हल नहीं निकलता है तो वे कल (30 दिसंबर) फिर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। तबतक के लिए विरोध मार्च रोक दिया जाए।

लेकिन अभ्यर्थी जेपी गोलंबर के पास डटे थे। छात्रों को पुलिस ने हटाने की कोशिश की। अंतिम वॉर्निंग देकर कुछ छात्रों को डिटेन भी किया गया। इसके बाद अंतिम प्रयास करते हुए पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया। साथ ही उन्हें भगाने के लिए वाटरकैनन का इस्तेमाल किया।

क्या बोली बिहार पुलिस?
एसपी सिटी स्वीटी सहरावत ने कहा, "हमने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से जगह खाली करने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। हमने यह भी कहा कि वे अपनी मांगें रख सकते हैं, हम उनकी बात सुनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने हमारे साथ धक्का-मुक्की भी की जिसके बाद हमने उन पर पानी की बौछारें कीं।"

प्रशांत किशोर के आह्वान पर जुटे हजारों छात्र
जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर के आह्वान पर बीपीएससी अभ्यर्थी पटना के गांधी मैदान में सुबह से ही जुटे थे। छात्र शाम पांच बजे मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च के लिए निकले। हालांकि, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उनको रोक दिया। प्रशांत किशोर को भी जेपी गोलंबर के पास ही रोक दिया गया।

क्या है छात्रों की मांग?
13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में कई खामियां सामने आईं। छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रश्न पत्र पहले ही लीक हो चुका था, और कुछ केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं फटी हुई मिलीं। एक केंद्र पर प्रश्न पत्र घंटेभर की देरी से बांटे गए, जिससे परीक्षा रद्द करनी पड़ी।

बीपीएससी ने 13 दिसंबर को एक सेंटर पर बाधित हुई परीक्षा को रद्द कर दिया था। करीब 12,000 उम्मीदवारों के लिए यह परीक्षा अब 4 जनवरी 2025 को पटना के एक अन्य केंद्र पर आयोजित की जाएगी। लेकिन छात्रों का कहना है कि सिर्फ एक केंद्र नहीं, बल्कि पूरे राज्य में री-एग्जाम (bpsc re exam) कराया जाए।

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