Gopalganj Encounter: बिहार के गोपालगंज के गोपालपुर थाना क्षेत्र में शनिवार (8 फरवरी) की सुबह तेज गोलियों की आवाज से दहल उठा। एसटीएफ ने कुख्यात अपराधी मनीष यादव को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ रामपुर खुर्द गांव के पास हुई। पुलिस टीम मनीष यादव को गिरफ्तार कर कहीं ले जा रही थी। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में मनीष यादव को गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं, एक एसटीएफ जवान भी घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस टीम पर अचानक हुआ हमला
गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि मनीष यादव को पकड़ने के बाद जब पुलिस दूसरे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए निकल रही थी, तभी रास्ते में बदमाशों ने घात लगाकर पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं। इस दौरान मनीष यादव भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस और एसटीएफ ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में मनीष यादव को गोली लगी और वह मौके पर गिर पड़ा। उसे तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसटीएफ जवान घायल, अस्पताल में भर्ती
मुठभेड़ में एसटीएफ जवान रौशन कुमार के हाथ में गोली लग गई। एसटीएफ जवान को तत्काल सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि घायल जवान की हालत स्थिर है। इस घटना के बाद इलाके में पुलिस की भारी तैनाती कर दी गई है। पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही जिससे किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटे।
50 हजार का इनामी बदमाश था मनीष यादव
मनीष यादव गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के भगवान टोला गांव का रहने वाला था। वह बिहार पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में शामिल था। मनीष यादव के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें लूट, हत्या और रंगदारी जैसी वारदातें शामिल थीं। पुलिस ने बताया कि हाल ही में हुए पूर्व मुखिया अरविंद यादव हत्याकांड में भी मनीष की संलिप्तता पाई गई थी। इस वजह से उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
एनकाउंटर वाली जगह पर जुटी पुलिस टीम
मुठभेड़ के बाद मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और इलाके को घेर लिया गया। घटनास्थल से पुलिस ने कई हथियार और कारतूस बरामद किए हैं। एसपी अवधेश दीक्षित खुद घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। गोपालबंज के एसपी ने बताया कि इस ऑपरेशन को गुप्त सूचना के आधार पर अंजाम दिया गया था। पुलिस को पहले से सूचना थी कि मनीष यादव अपने कुछ गुर्गों के साथ इस इलाके में छिपा हुआ है।
मनीष के गिरोह की तलाश में जुटी पुलिस
एसपी ने बताया कि मनीष यादव के गिरोह में शामिल दूसरे अपराधियों की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मनीष के साथ उस समय और कौन-कौन बदमाश थे, जिन्होंने पुलिस टीम पर हमला किया। इसके लिए इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मनीष के दूसरे साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा
मनीष यादव के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और मुठभेड़ के हर पहलू को खंगाला जाएगा। एसटीएफ की टीम ने भी इस ऑपरेशन के दौरान बरामद हथियारों की जांच शुरू कर दी है।
डीआईजी पहुंचे घटनास्थल, पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश
इस मुठभेड़ की सूचना मिलते ही डीआईजी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने पुलिस बल को सतर्क रहने के निर्देश दिए और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। डीआईजी ने बताया कि यह एनकाउंटर पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत किया गया है और पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की थी।
गोपालगंज में विशाल यादव ने फैला रखा था दहशत
इस एनकाउंटर के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मनीष यादव लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था और लोगों में उसका खौफ था। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद अपराधियों में हड़कंप मच गया है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगातार अभियान जारी रहेगा।