भोपाल। चलती ट्रेन में महिला को लेबर पेन हुआ तो बोगी में मौजूद चिकित्सक फरिस्ता बनकर मदद के लिए पहुंच गया। ट्रेन में मौजूद अन्य महिलाओं की मदद से उन्होंने न सिर्फ महिला की डिलीवरी कराई, बल्कि अस्पताल पहुंचाकर प्रसूता सुरक्षित कराया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों ठीक हैं।
जैन तीर्थ शिखरजी जा रहे थे डॉ लुनावत
ट्रेन में महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराने रेडियोलॉजिस्ट डॉ शैलेश लुनावत मुंबई मेल से परिवार के साथ जैन तीर्थ शिखरजी जा रहे थे। ट्रेन कटनी से आगे बढ़ी ही थी कि उसी बोगी में यात्रा कर रही 28 वर्षीय निकहत को लेबर पेन होने लगा। डॉ लुनावत को जानकारी लगी तो वह मदद के लिए मौके पर पहुंच गए सफलतापूर्वक डिलीवरी करवा दी।
मुंबई में नौकरी करता था दंपति, 7 को होनी थी डिलीवरी
निकहत परवीन और उनके पति इम्तियाज अंसारी झारखंड के रहने वाले हैं। मुंबई में रहकर दोनों लोग प्राइवेट नौकरी करते थे। 7 जनवरी को उनकी डिलीवरी होनी थी। इसके लिए वह झारखंड स्थित घर जा रहे थे। लेकिन रास्ते में मैहर के पास डिलीवरी हो गई। निखित ने बेटी को जन्म दिया है। डॉ लुनावत ने सतना में एंबुलेंस बुलाकर प्रसूता निखत और उनकी नवजात बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया।