करन साहू- बिलाईगढ़। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सेंदुरस में सरपंच और सचिव पर 10 लाख रुपयों के गबन का आरोप लगा है। शुक्रवार को इन आरोपों की जांच के लिए अफसरों की एक टीम गांव पहुंची है।

उल्लेखनीय है कि, ग्रामीण अशोक कुमार किशोर और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने सरपंच तिजऊ गोड़ और सचिव के ऊपर 14 वें और 15 वें वित्त की करीब 10 लाख रुपए की राशि का गबन का गंभीर आरोप लगाया है। जिसकी जांच करने 3 सदस्यों की टीम जनपद पंचायत बिलाईगढ़ से ग्राम पंचायत सेंदुरस पहुंची, जांच टीम ने पाया कि, कुछ कार्य कराए गए हैं, उनमें खामियां हैं। जांच अधिकारियों ने कहा कि, जांच प्रतिवेदन बनाकर उच्च अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा, जिसके बाद उच्च अधिकारियों के द्वारा आगे की कार्यवाही की जाएगी।  

उप सरपंच के सिग्नेचर के बिना पैसे निकालने के आरोप

उप सरपंच प्रतिनिधि शशि भूषण सिंह राजपूत ने कहा कि, मेरी मां ग्राम पंचायत सेंदुरस में उप सरपंच के पद पर हैं। उन्होंने आज तक किसी भी दस्तावेज में हस्ताक्षर नहीं किया है। जिसके बाद भी 14वें और 15वें वित्त आयोग की राशि का आहरण कर लिया गया। उसके मुताबिक गांव में कोई काम नहीं हुआ है। जो काम अभी बताया जा रहा है सभी फर्जी हैं। कई ऐसे कार्य हैं जिसमें गांव के लोगों के द्वारा पैसा लगाकर कार्य कराया गया है, उस कार्य को सरपंच के द्वारा मैं कराया हूं बोलकर पैसा निकाल लिया गया है।

कानूनी कार्यवाही की चेतावनी

अभी सिर्फ 14वें और 15वें वित्त की राशि की जांच हो रही है, हमारे यहां आदर्श ग्राम पंचायत में करीब 35 लाख रुपए का भी कार्य हुआ है उसमें भी धांधली की गई है उसकी भी जल्द ही जांच कराएंगे। उपसरपंच प्रतिनिधि ने आगे कहा कि, जितनी भी राशि का गबन सरपंच और सचिव के ने किया है उक्त राशि को वापस लिया जाए वरना उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

मैंने कोई गबन नहीं किया : सरपंच

वहीं इस मामले में ग्राम पंचायत सेंदुरस के सरपंच तीजऊ गोंड़ ने कहा कि, मेरे द्वारा सही तरीके से कार्य कराया गया है। मेरे द्वारा किसी भी प्रकार की राशि का गबन नहीं किया गया है। अधिकारियों को कार्य में खामियां मिली हैं तो वह अधिकारी ही जानें। 

हम रिपोर्ट सौंप देंगे : जांच अधिकारी

वहीं इस पूरे मामले की जांच में पहुंचे जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के करारोपण अधिकारी गजेंद्र कुमार साहू ने बताया कि, अभी जांच प्रक्रिया जारी है। फील्ड में जा जाकर हर कार्य की जांच किया जा रहा है। कुछ तो खामियां मिला है और कुछ कार्य कराए हुए पाए गए हैं। आगे जांच प्रतिवेदन बनाकर हम अपने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास जमा करेंगे उसके बाद आगे की कार्यवाही उनके द्वारा की जाएगी।