कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के तहसील कार्यालय में किसान और उसके बेटे ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। पीड़ित किसान लंबे समय से अपनी जमीन के कब्जे को लेकर तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित किसान हीरा लाल साहू सुहेला थाना क्षेत्र के ग्राम बूढ़गहन का निवासी है। उसने तहसील कार्यालय में ही जहर का खा लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद तत्काल उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहेला में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है।
बलौदाबाजार जिले के तहसील कार्यालय में एक किसान द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। पीड़ित किसान लंबे समय से अपनी जमीन के कब्जे को लेकर तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहा था। @BalodaBazarDist #Chhattisgarh @vishnudsai #Farmers pic.twitter.com/78SlnrmZFA
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) March 12, 2025
किसान ने बताई आपबीती
किसान का आरोप है कि वह काफी समय से अपनी जमीन का कब्जा पाने के लिए अधिकारियों के पास जा रहा था। लेकिन उचित कार्रवाई न होने के कारण उसने यह कदम उठाया। मामले की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे और किसान के परिजनों से बातचीत कर हालात की जानकारी ली। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बार- बार पेशी से परेशान हुआ किसान
तहसीलदार द्वारा बार-बार किसानों को पेशी पर बुलाया जा रहा था। आज भी पेशी पर बुलाकर किसान को नेतागिरी करते हो तुम्हें पुलिस थाने में बंद करवा दूंगा करके धमकी दिया। जिस पर किसान ने अपने साथ लाए कीटनाशक का सेवन कर लिया। साथ ही उसके साथ उसके बेटे ने भी कीट नाशक खा लिया। फिलहाल बेटे की हालत अभी स्थिर है। किसान का इलाज सोहेला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
किसानों को काटने पड़ते हैं तहसील कार्यालय के चक्कर
बता दें कि, राजस्व विभाग में कई वर्षों से मामले लंबित होने की वजह से आए दिन किसानों को तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इस मामले को लेकर कलेक्टर ने भी सभी राजस्व मंडलों में शीघ्र ही राजस्व संबंधित मामले निपटारा करने के निर्देश दिए हैं। उसके बावजूद भी निचले स्तर पर राजस्व विभाग के कर्मचारी की उदासीनता से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।