अनिल सामंत- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से चुनाव ड्यूटी में बड़ी गलती का मामला सामने आया है। यहां के स्थानीय निर्वचान कार्यालय से चुनावी ड्यूटी आदेश जैसे ही जारी हुआ तो, कर्मचारियों की आंखे फ़टी की फटी रह गई। सूची में मृतक व्याख्याता स्व. गणेश तिवारी की चुनावी ड्यूटी लगाई गई है। इतना ही नहीं हीपामेला प्राथमिक शाला में प्रधानाचार्य के पद पर इसी 21 जनवरी को रिटायर्ड हो चुके दिनेश पांडे की भी ड्यूटी लगाई गई है।
ब्लंडर तकनीकी मिस्टेक की वजह से स्थानीय निर्वाचन के अधिकारियों की किरकिरी हो रही है। ड्यूटी सूची वैसे तो कर्मचारियों के हाथों होता है लेकिन अधिकारी केवल ड्यूटी आदेश में हस्ताक्षर कर सूची जारी कर देते हैं। ऐसे में सूची तैयार करने वाले कथित कर्मचारियों की या तो ओवर ड्यूटी के चलते नींद पूरी नहीं हो पाई है या जल्दबाजी में अनजाने में चूक हुई होगी। इधर जिले के सभी 7 ब्लाक के कर्मचारी में अधिकांश कर्मचारी सकते में है,कारण उन्हें दो दिन के आड़ में डबल चुनाव ड्यूटी लगाई गई है।
डबल चुनावी ड्यूटी से कर्मचारियों में भय
अब वे परेशान है,कि दो दिन पूर्व ही चुनाव ड्यूटी से थकान के बीच दो दिन बाद मुख्यालय से दूसरे ब्लाक में मतदान कराने जाना पड़ेगा। इसी समस्या से शिक्षकों में भय है। इस प्रकार मानसिक थकान और अर्द्धनिद्रा से पीड़ित कर्मचारी अपने मुख्यालय जो कि लगभग 50 से 60 किलोमीटर की दूरी को स्वंय के दुपहिया से तय करने मे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
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फेडरेशन पदाधिकारियों ने आदेश निरस्त कराने की मांग की
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के संभागीय अध्यक्ष गजेंद्र श्रीवास्तव व संभागीय प्रभारी कैलाश चौहान ने कहा कि, त्री-स्तरीय पंचायत निर्वाचन मे ड्यूटी लगे कर्मचारियों की जारी सूची में भारी विसंगति है। सूची में मृतक कर्मचारी, सेवानिवृत, दिव्यांग कर्मचारी,अधिक गंभीर बीमारी से पीड़ित कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है। साथ ही अनेक ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो त्री-स्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का निर्वाचन 17 फरवरी 2025 को कर्मचारी ड्यूटीरत है। मानसिक थकान और अनिंद्रा की स्थिति दूसरे दिन बाइक से चुनाव ड्यूटी में जाने से दुर्घटना की संभावना बनी है। इसलिए ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी निरस्त करें।
त्रुटिपूर्ण सूची होगी निरस्त
उप निर्वाचन अधिकारी प्रवीण वर्मा ने बताया कि, चुनावी प्रक्रिया कोई एक दिन का काम नहीं है। 4 माह पहले ही तैयारी प्रारम्भ हो जाती है। उस दौरान यदि ऐसे कर्मचारी जो एक-दो माह पूर्व जीवित थे। जिनका रिटायर्डमेन्ट अवधि 4 माह बचा होगा उसकी ड्यूटी लगी होगी। यदि त्रुटिवश मृतक कर्मचारी अथवा सेवानिवृत्त कर्मचारी की ड्यूटी लगी होगी तो जांच के बाद नाम डिलीट किया जाएगा। जिन कर्मचारियों की दो दिन के भीतर पुनः चुनावी ड्यूटी लगी है,वे स्थानीय निर्वाचन शाखा चुनाव अधिकारी के नाम आवेदन सप्रमाण प्रस्तुत करने पर ड्यूटी निरस्त की जाएगी।