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कार्टूनिस्ट को ईश्वर ने बनाने के बाद साइलेंट केमिकल मिला दिया, इसलिए वे ज्यादा संवेदनशील होते हैं। यह कहना है कार्टूनिस्ट इस्माइल लहरी का।

रायपुर। कार्टूनिस्ट को ईश्वर ने बनाने के बाद साइलेंट केमिकल मिला दिया, इसलिए वे ज्यादा संवेदनशील होते हैं। यह कहना है कार्टूनिस्ट इस्माइल लहरी का। उन्हें इस वर्ष कार्टून क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए जीवन गौरव सम्मान दिया गया। कार्टून वॉच पत्रिका द्वारा वीआईपी रोड स्थित एक निजी होटल में कार्टून फेस्टिवल रखा गया। यहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और सांसद बृजमोहन अग्रवाल शामिल हुए। मुख्य वक्ता हरिभूमि आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी रहे।

कार्टून वॉच पत्रिका के संपादक त्र्यंबक शर्मा द्वारा रचित रामचरित मानस के 108 दोहे व चौपाइयों पर केद्रित कार्टून आधारित पुस्तक तुलसी सुगन्ध का अतिथियों ने विमोचन किया। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, कार्टूनिस्टों के लिए तो हम विषय होते हैं। इनके मूक संवाद की भाषा भी रोचक होती है। डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि कार्टूनिस्ट अखबारों की सुर्खियों से भी आगे जा चुके हैं। इससे उनकी महत्ता स्पष्ट होती है। अतिथियों ने भी इस दौरान कार्टून बनाए। युवा कार्टूनिस्ट्स ने भी अपनी प्रतिभाएं कैरिकेचर व अन्य माध्यमों के जरिए दिखाई। 

cartoon watch festival

युवा कार्टूनिस्टों के लिए कॅरियर के लिहाज से अब ज्यादा संभवनाएं

कार्टू‌निस्ट कम बोलते हैं, लेकिन रेखांकन के जरिए वे अपनी भावनाओं को ही नहीं बल्कि किसी घटना का बेबाकी से चित्रण करते हैं। जब में 8वीं कक्षा में पढ़ता था, तब शिक्षकों का कार्टून बनाता था। शिक्षक नाराज होने की बजाय बोले, स्कूल में पढ़ाई करो और इस शौक को सहेजने के लिए घर में हमेशा प्रेक्टिस करना। ये बातें इंदौर के वरिष्ठ व्यंग चित्रकार इस्माइल लहरी ने प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में साझा की। उन्होंने कहा कि कार्टूनिस्ट में अच्छे चित्रकार के साथ मजाकिया स्वभाव का होना बेहद जरूरी है। नई पीढ़ी के लिए इस फील्ड में अपार संभावनाएं हैं। 

कार्टूनिस्ट को सम्मानित - करने की परंपरा अनूठी

डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि देश का यह पहला ऐसा आयोजन है. जिसमें कार्टूनिस्ट को सम्मानित करने की परंपरा रही है। इसने देशभर में छत्तीसगढ़ को बाई पहचान दिलाई। यह हमारे लिए इसलिए भी गौरव की बात है, क्योंकि इस आयोजन को एक पारिवारिक माहौल में कार्टून वॉच के संपादक त्र्यंबक शर्मा द्वारा किया जाता है। इस आयोजन को नई पहचान दिलाने में पूर्व सीएम एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का भी योगदान रहा है। सबसे ज्यादा बार इस फेस्टिवल में शामिल होने का रिकार्ड अभी तक उनके नाम है।

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छोटा सा कार्टून कहता है बड़ी बात

सीएम ने कहा, कार्टून एक ऐसी कला है, जिसके द्वारा बहुत थोड़ी जगह में पूरी बात को स्पष्टता के साथ मनोरंजक और व्यंगात्मक ढंग से व्यक्त की जाती है। छोटा सा कार्टून बड़ी बात कहता है। कमी-कमी सम्पादकीय में जिस बात को आधे पेज में लिखा जाता है, उसे सिर्फ एक कार्टून के माध्यम से व्यक्त कर दिया जाता है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि कार्टून कभी गुदगुदाता है तो कभी ऐसी कड़वी दवाई की तरह होता है. जिसका परिणाम अच्छा होता है। कार्टूनिस्ट देश की परिस्थिति को कलम से अभिव्यक्त करता है। वह समाज को नई दिशा देता है। कार्टून और एनिमेशन समाज के सभी वर्ग को प्रभावित करते हैं। इस मौके पर कार्टून विधा से जुड़े डॉ केसी पंत और मुख्यमंत्री के प्रेस अधिकारी आलोक सिंह सहित अन्य लोगों को सम्मानित किया गया। 

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