प्रेम सोमवंशी- कोटा। चैत्र नवरात्र के पहले दिन सभी देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। वहीं 51 शक्तिपीठ में से प्रमुख रतनपुर के कौमारी शक्ति मां महामाया देवी मंदिर में भी हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे।
रतनपुर के महामाया देवी मंदिर में आज से अनुष्ठानिक महोत्सव प्रारम्भ हो गया है। नवरात्र के दौरान 30 मार्च से 6 अप्रैल तक यहां पर मां महामाया की विशेष पूजा-अर्चना होगी। आज पहले दिन मंदिर परिसर में धूप परिक्रमा की गई। फिर माँ महामाया की द्वार पूजा और फिर मातारानी का आह्वान किया गया। इसके बाद घट स्थापना कर माँ महामाया की दिव्य आरती की गई। आरती में बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।
प्रज्वलित किया गया 2300 ज्योति कलश
आरती के बाद ज्योति कलश कक्षा में आस्था के दीप प्रज्वलित किए गए। इस वर्ष यहां पर 2300 ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया। माता पर भक्तों का अटूट विश्वास है। वे मानते हैं कि, इन दिव्य ज्योति कलश के दर्शन मात्र से जीवन के संताप दूर हो जाते हैं।

महामाया मंदिर अंबिकापुर में जलाये गए 3500 घी के दिये
वहीं अंबिकापुर महामाया मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचे। इस साल महामाया मंदिर में 3500 घी के दिये और 5000 से अधिक तेल के दिये जलाये गए हैं। मंदिर में आठों दिन माता रानी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और सुबह 5.30 बजे और शाम 7.30 बजे विशेष आरती होगी। भक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसर में 16 सामान्य और 3 हाई-रिजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात किये गए हैं जिससे किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। मंदिर प्रशासन द्वारा यातायात को नियंत्रित करने के लिए चार पहिया वाहनों को महामाया कॉरिडोर के पास ही रोकने का निर्देश दिया है। वहीं दोपहिया वाहनों को भी मंदिर तक जाने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके लिए बैरिकेडिंग कर दी गई है।