गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। चेंबर ऑफ कामर्स के 9 साल बाद होने जा रहे चुनाव में विवाद खड़ा हो गया। जिसके बाद एक पूरे पैनल से अंतिम समय में नाम वापस ले लिया गया है और चेंबर चुनाव के निर्वाचन अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद निर्वाचन अधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल, चेंबर ऑफ कामर्स का चुनाव पिछले 9 सालों से नहीं हुआ है। जबकि, यह चुनाव हर 3 साल में होना था। लंबे समय के बाद चुनाव के चलते काफी गहमा-गहमी का माहौल इन दिनों कांकेर के व्यापारियों के बीच बना हुआ है। इस चुनाव में दो पैनल ने नामांकन दाखिल किया था, जिसमें से एक पैनल अनूप शर्मा का जबकि दुसरा अशोक वालेचा का था।
अशोक वलेचा के पैनल ने नाम वापस लिया
अशोक वलेचा के पैनल ने नाम वापसी के अंतिम समय में नाम वापस ले लिया है। पैनल ने आरोप लगाया कि, चुनाव अधिकारी राजा देवलानी और बलराम आहूजा ने चुनाव में अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है। आरोप लगाते हुए अशोक वालेचा ने कहा कि, दोनों चुनाव अधिकारी के भतीजे चुनाव लड़ें रहे हैं और दोनों के नामांकन में त्रुटि थी इसलिए ही स्कूटनी के समय किसी प्रत्याशी को बुलाया भी नहीं गया और दोनों के नामांकन पात्र कर दिए गए।
नामांकन में नहीं हुई थी कोई बड़ी त्रुटि
वहीं इस पूरे मामले में चुनाव अधिकारी राजा देवलानी और बलराम आहूजा ने कहा कि, इसी पैनल ने नामांकन में मामूली चीजों को दरकिनार करते हुए प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने देने की गुहार लगाई थी। जिन दो लोगों के नामांकन में त्रुटि की बात कही जा रही है वो सबके सामने दिखाई जा चुकी है, उसमें इतनी बड़ी त्रुटि नहीं थी कि, नामांकन रद्द कर दिया जाए।
इसे भी पढ़ें : राजधानी के स्कूल में बंद पड़ी मिलीं हजारों किताबें : हिंदू हाईस्कूल का कमरा सरकारी किताबों से भरा पड़ा मिला
झूठे आरोप लगाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश
चुनाव अधिकारियों ने कहा कि, इस पैनल ने प्रचार भी शुरू कर दिया था और उन्हें अपने हार का एहसास हो गया था। इसलिए चुनाव अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाकर षड्यंत्र पूर्ण तरीके से नाम वापस लेकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई है। झूठे आरोपों के कारण ही इस्तीफा देने की बात दोनों चुनाव अधिकारियों ने कही है।
हार के अंदेशा के कारण नाम वापस लिया- अनूप शर्मा
वहीं दूसरे पैनल से अध्यक्ष के प्रत्याशी अनूप शर्मा ने कहा कि, उनके विपक्षी पैनल को अपनी हार का अंदेशा हो गया था इसलिए पूरा ड्रामा करके चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की गई है।