गोपी कश्यप- नगरी। धमतरी जिले के जनपद पंचायत नगरी में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव के बाद भाजपा समर्थित जनपद सदस्य प्रेमलता नागवंशी ने अपनी नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रेस वार्ता में खुलकर अपनी पीड़ा व्यक्त की और पार्टी नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास जनपद पंचायत में बहुमत होने के बावजूद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए ऐसे लोगों को प्रत्याशी बनाया गया जिन्होंने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था।

वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, नौसिखियों का बढ़ता प्रभाव

प्रेमलता नागवंशी ने कहा कि, वह पिछले 20-25 वर्षों से भाजपा की सेवा कर रही हैं और इस चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में जनपद क्षेत्र क्रमांक 19 सिहावा से जनपद सदस्य निर्वाचित हुई हैं, लेकिन पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने नगरी क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेताओं से सलाह-मशविरा किए बिना निर्णय लिया और नौसिखियों के दबाव में आकर भाजपा समर्थित जनपद सदस्यों को दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है, क्योंकि वर्षों तक मेहनत करने वालों की उपेक्षा कर ऐसे लोगों को आगे बढ़ाया जा रहा है जिन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत की थी।

निर्णय लेने की प्रक्रिया पर भी उठाए सवाल

प्रेमलता नागवंशी ने कहा कि भाजपा देश की सबसे बड़ी और जनसेवा करने वाली पार्टी है, लेकिन सिहावा-नगरी क्षेत्र में पार्टी के अंदर कुछ नौसिखिए लोग दबाव और रौब की राजनीति कर रहे हैं, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह की कार्यशैली से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की वर्षों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। उन्होंने कहा, जब पार्टी को जनपद पंचायत में अपने बहुमत का पूरा अधिकार था, तो फिर पार्टी के लिए मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर बागियों को ही क्यों चुना गया?

भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश का जवाब

इस घटनाक्रम पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा कि प्रेमलता नागवंशी भाजपा की निष्ठावान कार्यकर्ता हैं और उनकी नाराजगी जल्द ही दूर हो जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी अपने सभी निर्णय वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ही ले रही है और किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं है।

भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष

प्रेमलता नागवंशी के इस्तीफे से भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी और असंतोष का माहौल देखने को मिल रहा है। कई कार्यकर्ता इस फैसले से आहत हैं और पार्टी नेतृत्व से निष्पक्ष निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि पार्टी इस मामले को कैसे सुलझाती है और क्या प्रेमलता नागवंशी को मनाने के लिए कोई पहल की जाती है या नहीं।