प्रेमलाल पाल-धरसींवा। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगते धरसींवा ब्लाक के नगर पंचायत कुंरा ने नगर को व्यवस्थित रखने और आम लोगों को सुविधा देने के उद्देश्य से कई योजनाओं की शुरुआत की थी। इनमें मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना भी शामिल था। इन योजनाओं का उद्देश्य नगर को विकसित और स्मार्ट बनाना था, लेकिन इन योजनाओं में अधिकारियों की लापरवाही के कारण कार्य अधूरे रह गए। इसका नतीजा यह हुआ कि, न केवल आम जनता के पैसों की बर्बादी हुई, बल्कि वे कई सुविधाओं से भी वंचित रह गए हैं।
5 साल से लंबित है दुकानों का आवंटन
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत नगर पंचायत कुंरा में लगभग 20 दुकानों का निर्माण किया गया था। इनका आवंटन अभी तक नहीं हुआ है। दुकानों का निर्माण 5 साल पहले किया गया था, लेकिन बेरोजगारों को अभी तक इनका लाभ नहीं मिल पाया। इस स्थिति में, यह योजना पूरी तरह से असफल होती नजर आ रही है। नगर के अधिकारियों की उदासीनता के कारण न तो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना पूरा हुआ और न ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सका।
मरम्मत में हर साल लाखों हो रहे हैं खर्च
इन दुकानों का आवंटन न होने के बावजूद हर साल इनके ऊपर रंग-रोगन के लिए लाखों खर्चा हो रहा है। दुकान का आबाँटन करने के लिए नगर के अधिकारी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। लगभग 20 दुकान के आवंटित करने के बाद नगरपंचायत के राजस्व मे भी वृद्धि हो सकती हैं,लेकिन इस पर भी किसी का ध्यान नहीं हैं।
पौनी पसारी योजना भी अधर में लटकी
नगर पंचायत कुंरा में पौनी पसारी बाजार के तहत भी कई दुकानें बनाई गई थीं, ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जा सके। लेकिन अब तक इन दुकानों को आवंटित नहीं किया जा सका है।
कई जगह की गई शिकायत
मुख्यमंत्री जनदर्शन सहित अनेक जगह इस समस्या को लेकर शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
सीएमओ को गाइड लाइन का इंतजार
इस मामले को लेकर नगर पंचायत कुंरा के सीएमओ ललित साहू से सवाल करने पर उन्होंने बताया कि, दुकान आबंटन को लेकर हमारे द्वारा धरसीवां तहसील कार्यालय में इश्तहार संबंधी दस्तावेज जमा किए जा चुके हैं। वहां से कागज आते ही उक्त दस्तावेज की जानकारी कलेक्टर साहब को भेजेंगे। इसके बाद जो भी हमें गाइड लाइन मिलेगी उसके अनुसार दुकानों का वितरण किया जाएगा।