रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोष से 5.89 करोड़ रुपयों के गबन का आरोप लगाने वाले पार्टी के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। उनसे तीन दिनों में जवाब मांगा गया है। तीन दिन पहले सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल को पीसीसी के फंड से पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा के पुत्र की फर्म टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपए भुगतान किया गया है। यह भुगतान बिना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व प्रभारी मंत्री की अनुमति के किया गया है, जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने की अनुमति नहीं है।
भूपेश ने कहा था- स्लीपर सेल का दुष्प्रचार
अरुण सिंह सिसोदिया का आरोप सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में किसी तरह का कोई गबन या घोटाला नहीं हुआ है. जो भी भुगतान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से किया गया वह एक वैधानिक अनुबंध के तहत किया गया. प्रदेश कांग्रेस के एक पूर्व पदाधिकारी ने जो भी शिकायत की है वह दर असल भाजपा स्लीपर सेल का दुष्प्रचार है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ये भी कहा था कि मैंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महासचिव सचिन पायलट और अध्यक्ष दीपक बैज से इस संबंध में बात की है और उनसे अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
जारी हुआ नोटिस
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर पूर्व महामंत्री अरूण सिसोदिया को जारी नोटिस में कहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोष का षडयंत्रपूर्वक गबन संबंधित सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए जाने का समाचार विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया सहित समाचार पत्रों के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संज्ञान में आया है। जिससे कांग्रेस पार्टी संगठन की छवि धुमिल हुई है। आपका यह कृत्य पार्टी अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। जारी नोटिस का जवाब तीन दिनों के भीतर प्रदेश कमेटी को दें।
पूर्व महामंत्री ने लगाए थे ये आरोप
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैस को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल द्वारा अपने मित्र और पूर्व सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपए भुगतान किया गया है। यह भुगतान बिना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व प्रभारी मंत्री की अनुमति के बिना किया गया है, जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यदिश जारी करने की अनुमति नहीं है। किसी भी तरह का भुगतान करने के लिए पार्टी बायलाज के अनुसार प्रदेश कार्यकारिणी में प्रस्ताव लाकर पास कराना आवश्यक है। बिना प्रदेश अध्यक्ष के अप्रूवल के किसी को भी राशि भुगतान नहीं की जा सकती।