रायपुर। कांकेर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने कहा कि पिछले 15 साल से जो सांसद भी चुना जाता रहा है वह केवल औपचारिकता पूरा कर रहे है। उन्हें सांसद चुनाव गया तो जनता की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। श्री ठाकुर ने कहा कि यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। यह चुनाव भाजपा की तानाशाही को खत्म करने का चुनाव है। चुनावी संवाद में हरिभूमि-आईएनएच के प्रबंध संपादक डा. हिमांशु द्विवेदी से विशेष बातचीत।

सवाल- बस्तर संभाग से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और कांकेर लोकसभा के पूर्व सांसद मोहन मंडावी अपनी टिकट नहीं बचा पाए, लेकिन चुनाव हारने के बाद आपने दोबारा टिकट हासिल की कैसे संभव हुआ? 

जवाब- कांकेर लोकसभा चुनाव हारने के बाद प्रदेश कांग्रेस संगठन में मुझे प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। विधानसभा चुनाव के दौरान बालोद जिले का संगठन प्रभारी बनाया गया। वहां पर जिले की तीनों सीटों पर कांग्रेस को जिताने और धमतरी जिले में प्रभारी के रूप में पार्टी को बढ़त दिलाने में भूमिका निभाई। जनता के आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं के सहयोग से पार्टी अध्यक्ष श्री खडगे, राहुल गांधी और प्रदेश प्रभारी राजेश पायलट की पहल पर मुझे दोबारा इस सीट पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है।

सवाल- भाजपा ने मोहन मंडावी को टिकट न देकर आपकी राह आसान कर दी या कठिन?

जवाब- भाजपा ने जिस प्रत्याशी का वर्तमान में चुनाव में उतारा है उससे मेरी राह आसान हुई है। वे नीबू काटकर जनता की समस्या को हल करने की बात कह रहे हैं। विकास छोड़कर इस तरह की बात करने वाले को यहां की जनता नहीं चुनेगी।

सवाल- मोहन मंडावी ने अपने कार्यकाल में कैसा काम किया।

जवाब- पिछले 15 सालों में कांकेर लोकसभा में जो भी सांसद बने उन्होंने नहीं के बराबर काम किया। यहां से सांसद बनने पर उन्होंने कांकेर को रेल लाइन से जोड़ने, केशकाल बायपास बनाने और सिहावा विधानसभा के टायगर रिजर्व वाले ग्रामों में विकास कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करूंगा। ये सब काम केंद्र सरकार की है। सांसद बनकर आज के समय में जनता जिस समस्या से जूझ रही है उस सुविधा का पूरा करूंगा।

सवाल- भाजपा के सांसद कोई काम नहीं करते तब भी जिताती क्यों है।

जवाब- यह हमारा दुर्भाग्य है कि जनता उनके जुमले बाजी को नहीं समझ पाई। अब जनता समझ चुकी है। अब बस्तर संभाग की दोनों सीट जीत कर आएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में मेरे विधानसभा चुनाव में मोदी की रैली हुई। उस समय एक सप्ताह में मैं उनके विरूद्ध प्रचार का जवाब नहीं दे पाया। इस बार जनता ने ठान लिया है कि भाजपा के जुमलेबाजी में न आकर कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर मुझे जिताएगी।

सवाल- कांकेर का आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को साथ नहीं देगा क्या?

जवाब- प्रदेश में आदिवासियों की जो संख्या है उसमें भी कई भागों में बंटा है। श्री साय कंवर जाति से आते हैं, इनकी संख्या कम है। प्रदेश में गोंड आदिवासियों की संख्या बहुत ज्यादा है। भाजपा के आदिवासी मुख्यमंत्री के दांव का कांकेर लोकसभा में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। यह केवल भाजपा की चाल है। भाजपा आदिवासी को मोहरा बनाकर काम कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के रिमोट से चल रही है। यहां पर डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल है।

सवाल- कांग्रेस सरकार जब इतना अच्छा काम कर रही थी, तो चुनाव कैसे हार गए। इसके लिए कौन दोषी है।

जवाब- छत्तीसगढ़ की जनता हमारी भगवान है। हारने की वजह व्यक्तिगत कारणों से चुनाव हारे हैं। सरकार के काम से आज भी जनता खुश है। हार के कई कारण हो सकते हैं।

सवाल- कांकेर लोकसभा के प्रचार में दिल्ली से कितना सहयोग मिल रहा है। प्रचार में किन चेहरे की मांग की है।

जवाब- कांकेर लोकसभा को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और युवा नेता कन्हैया कुमार को यहां प्रचार में भेजने की मांग की है। 

सवाल- देश में भाजपा 400 पार का नारा दे रही, कांग्रेस की स्थिति कैसी होगी।

जवाब - यह चुनाव देश के संविधान को बचाने के लिए लड़ा जाएगा। भाजपा ने जिस तरह से 400 पार का नारा दिया है, उससे वह तानाशाही का राज कायम करने का प्रयास करेगी। कांग्रेस इसे लेकर जनता के बीच जा रही है। छत्तीसगढ़ में भी इसे लेकर जनता के बीच व्यापक प्रचार कर भाजपा को रोकने का प्रयास होगा। कांग्रेस इस बार देश में अच्छी स्थिति में रहेगी और ज्यादा सीट लेकर आएगी।