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कांकेर जिले में धान खरीदी केंद्र में अनियमितता की शिकायत की जांच के लिए भेजी गई टीम पर आरोप है कि, उन्होंने व्यापारियों के साथ सांठ-गांठ कर मामला रफा-दफा कर दिया। अब कलेक्टर ने दोबारा जांच की बात कही है। 

जीवानंद हलधर- कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के बांदे में बड़ी मात्रा में अवैध धान को खपाये जाने की खबर मिलने के बाद कलेक्टर कांकेर ने खाद्य विभाग और राजस्व विभाग की टीम को देर रात ही खरीदी केंद्र में भेजा। लेकिन टीम ने कांकेर कलेक्टर के आदेश को धता बताते हुए कुर्सियों में बैठे-बैठे ही वहां पर पहुंचे अवैध धान की गिनती कर दी। टीम ने व्यापारियों की लाल सुतली से सिलाई की गई धान को अवैध और चोरी के धान को वैध बता दिया। 

मिली जानकारी के अनुसार, बांदे के ग्रामीण बार-बार कलेक्टर से शिकायत कर रहे थे कि, फड़ में आया धान अवैध है। शिकायत के बाद कलेक्टर ने एक टीम को जांच के लिए बांदा भेजा। लेकिन टीम ने देर रात व्यापारियों से सांठ-गांठ की और सुबह तक चलते बनी। कलेक्टर को बताया गया कि, जांच में कोई गड़बड़ी नहीं है, फड़ में धान वैध है।

कलेक्टर ने दोबारा जांच टीम भेजने का दिया आश्वासन  
मामले ने दोबारा कलेक्टर से शिकायत की और कहा जांच टीम ने व्यापारियों से सांठ-गांठ कर मामला रफा-दफा कर दिया। केंद्र में अनियमितता थी, 500 से ज्यादा धान की बोरियां चुपके से केंद्र में डलवाई गई। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोबारा जांच टीम भेजने की बात कही है। सख्त निर्देश के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही चिंता का विषय है।  

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