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वन विभाग की कैद में पिछले नौ वर्षों से रह रहे सोनू हाथी को स्वतंत्र करने पर्यावरण विद तथा पूर्व सांसद मेनका गांधी ने इंस्टग्राम में मार्मिक अपील की है। 

रायपुर। श्रीमती गांधी ने अपील करते हुए कहा कि इस गणेश चतुर्थी पर आइए दया और करुणा के लिए खड़े होकर भगवान गणेश का सम्मान करें। सोनू 8 साल से बंधा हुआ है अब उसे आजाद करने का समय आ गया है। श्रीमती गांधी ने इंस्टाग्राम पर वन विभाग तथा वनमंत्रालय को टैग करते हुए सोनू के लिए अपील करते हुए कहा कि सोनू आठ वर्षों से वन विभाग के कब्जे में आठ वर्षों से दिल दहला देने वाली कैद में रहने को मजबूर है,उसकी आजादी छीन ली गई है, उसकी आत्मा धीरे- धीरे फीकी पड़ रही है।

श्रीमती गांधी ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से सोनू को रिहा करने आग्रह करते हुए जंगल में छोड़ने की अपील की है। अपने पोस्ट में मेनका गांधी ने सोनू की आजादी के लिए रास्ता साफ करते हुए उसके पैरों में बंधी जंजीर तोड़ जंगल में नई जिंदगी जीने देने के लिए अपील की है।

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12 वर्ष की उम्र से सोनू वन विभाग की कैद में

 सोनू हाथी को वन विभाग ने वर्ष 2015 को अचानकमार टाइगर रिजर्व में पकड़ा था। तब सोनू की उम्र महज 12 वर्ष की थी। सोनू पर कई लोगों की जान लेने के आरोप के साथ लोगों के घर तोड़ने के आरोप लगे थे। वन विभाग सोनू द्वारा किसी की जान लेने का स्पष्ट प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए थे। सोनू को जब वन विभाग की टीम ने पकड़ा था, तब उसके पैरों में लोहे की मोटी जंजार बांध दी थी। पैरों में घाव होने की वजह से उसका उपचार वन्यजीव चिकित्सक द्वारा कराया गया। तब वन्यजीव चिकित्सक ने सोनू को चार सप्ताह बाद जंगल में छोड़े जाने की स्थिति में आने की बात कही। बाद में घाव ठीक होने के बाद सोनू के इंसानों के संपर्क में आने की वजह से उसे ऐसी जगह छोड़ने के लिए कहा जहां हाथियों की आवाजाही ज्यादा रहती है, जहां वह अन्य हाथियों के साथ घुल-मिलकर रह सके। तब से लेकर अब तक सोनू वन विभाग के कैद में है। सोनू को जंगल में छोड़ने हाईकोर्ट भी आदेश जारी कर चुका है। बावजूद इसके वन विभाग के अफसर सोनू को अब तक जंगल में नहीं छोड़ पाए हैं।

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