अमित गुप्ता- रायगढ़। भाजपा ने महापौर प्रत्याशी के लिए जीवर्धन चौहान के नाम का चयन कर यह बता दिया कि, जमीन से जुड़े कार्यकर्ता को वह फर्श से अर्श तक पहुंचा सकते हैं। जिस तरह चाय बेचने वाले ने देश का विकास किया है अब रायगढ़ में भी चाय बेचने वाला विकास करेगा।
जीवर्धन का नाम तय कर भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि, तन-मन-धन से समर्पित होकर काम करने वाला व्यक्ति पार्टी के लिए सदा महत्व रखता है। कांग्रेस सदैव प्रधान मंत्री मोदी को चाय बेचने वाला बताकर उपहास उड़ाती रही है उसी चाय बेचने वाले की अदभुत कार्यशैली ने देश का नाम पूरे विश्व में स्थापित कर दिया। संगठन ने महापौर प्रत्याशी का चयन करने के दौरान बहुत से पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया।
चाय बेचने वाला आम आदमी की तकलीफों से होता है वाकिफ
पार्टी के लिए ढाई दशक खपाने वाले जीवर्धन ने अपने आवेदन में यह बताया कि, उसका जीवन यापन चाय बेचने से चलता है और चाय बेचते हुए जीवर्धन पार्टी का काम तन मन धन से समर्पित होकर करते रहे। संगठन ने इस बात को गंभीरता से लिया। एक चाय बेचने वाले को आम आदमी की तकलीफ अच्छे से मालूम होती है। जीवन भर चाय बेचना ही जीवर्धन को टिकट मिलने का आधार भी बना। एक चाय बेचने वाला अब रायगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों में लेकर जाएगा।
संघ से रहा जुड़ाव
संघ की शाखाओं से बाल्यकाल से जुड़ाव रखने वाले स्वयंसेवक के रूप में जीवर्धन विजय देवांगन के दौर से सक्रिय रहे। स्वयंसेवक के रूप में संघ से जुड़े रहने वाले जीवर्धन समाज के लिए जीने-मरने का जज्बा संघ के सानिध्य में रहते हुए सीख पाए।