कुश अग्रवाल-बलौदाबाजार। बलौदाबाजार सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पीड़िता एक इंटीरियर डिजाइनर है। उसके पति बाहर नौकरी करते हैं। उक्त महिला को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को भारतीय रिजर्व बैंक का अधिकारी बताया। ठगों ने महिला को डराया कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में फंसी हुई हैं और यदि तुरंत पैसे नहीं भेजे तो कानूनी कार्रवाई होगी। डर के कारण महिला ने 15 जनवरी से 31 जनवरी के बीच क्यूआर कोड स्कैन कर विभिन्न खातों में कुल 3.48 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
शुरुआत में महिला को इस धोखाधड़ी पर शक नहीं हुआ, लेकिन जब ठग बार-बार पैसे मांगने लगे, तो उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने यह बात अपने परिवार को बताई, जिसके बाद तुरंत सिटी कोतवाली थाना जाकर शिकायत दर्ज करवाई गई। पुलिस और साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की और अपराधियों के खातों को ट्रैक करने का प्रयास किया। हालांकि, ठगों ने अधिकतर राशि तुरंत निकाल ली थी, लेकिन पुलिस मात्र 18,000 रुपये ही रिकवर कर पाई।
साइबर ठगी से ऐसे बचें-
- अज्ञात नंबर से आने वाले कॉल्स पर विश्वास न करें।
- बैंक अधिकारी या सरकारी संस्थान कभी फोन पर पैसे ट्रांसफर करने के लिए नहीं कहते।
- किसी भी अनजान QR कोड को स्कैन न करें।
- ठगी का शिकार होने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज करें।