रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और दिग्गज आदिवासी नेता ननकीराम कंवर एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बावजूद वे सक्रियता दिखा रहे हैं। इस बार उन्होंने संविदा पर काम कर रहे, रिटायर्ड IAS, IPS और IFS अफसरों की सेवाएं समाप्त करने की मांग की है। श्री कंवर ने इसे लेकर CM विष्णुदेव साय और प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को पत्र लिखा है। श्री कंवर ने अपने पत्र में कहा है कि, ये अफसर कांग्रेसी मानसिकता वाले हैं, इन्हें बाहर का रासता दिखाया जाए।
पत्र में कंवर ने कहा है कि, 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस सरकार ने अपने चहेते अधिकारियों और कर्मचारियों को संविदा में नियुक्त किया गया था। वे विधानसभा और लोकसभा चुनावों में उनका दुरुपयोग करते हुए उनसे फायदा लेना चाहते थे। इन्हें नियम न होने के बावजूद संविदा नियुक्ति दी गई थी। ऐसे में कांग्रेस सरकार के दौरान संविदा नियुक्ति पाने वाले आईएएस अफसरों की नौकरी पर भी खतरा मंडराने लगा है।
कंवर की सूची में इनके नाम शामिल
श्री कंवर ने कई बड़े अफसरों के नाम अपने पत्र में गिनाए हैं। इनमें सामान्य प्रशासन सचिव डीडी सिंह, डीजीपी अशोक जुनेजा, डीजीपी जेल संजय पिल्ले, राजभवन में आईएएस अमृत खलखो, आदिम जाति कल्याण विभाग में एके अनंत शामिल हैं। इनके अलावा लघु वनोपज संघ से राकेश चतुर्वेदी, वन औषधि पादप बोर्ड जेएस राव, नवाचार आयोग अध्यक्ष विवेक ढांड, धनंजय देवांगन, एसएस बजाज, राय सिंह ठाकुर, एसपीएस श्रीवास्तव, डीएम अवस्थी, संजय शुक्ला के अतिरिक्त और भी कई अधिकारी-कर्मचारियों को संविदा नियुक्ति दी गई है।
इनकी संविदा अवधि समाप्त की जाए
कंवर ने कहा कि, इसके पहले भी उन्होंने राज्यपाल और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नई दिल्ली और छत्तीसगढ़ को जानकारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अनुरोध है कि, उपरोक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों की संविदा अवधि समाप्त कर दूसरे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पदस्थापना करने निर्देश दें।