संजय यादव- कवर्धा। कबीरधाम जिले में एक बार फिर से छत्तीसगढ़ शासन के छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन और पुनर्वास नीति योजना का प्रभाव देखने को मिला है। 8 साल से लगातार नक्सली संगठन में सक्रिय रहने वाले 13 लाख की 24 वर्षीय इनामी महिला नक्सली रंजीता उर्फ हिडिमा कोवासी ने कबीरधाम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। सरकार की नीति के अलावा लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं। अभियान से प्रभावित होकर और कबीरधाम जिले के अंदरूनी क्षेत्र में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
कवर्धा- आत्मसमर्पित महिला नक्सली से पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने की बातचीत.@KabirdhamDist #Chhattisgarh @PallavaAbhishek@CG_Police #naxal #women #naxalites pic.twitter.com/8kVl6EvFGk
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 27, 2024
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि, आत्म समर्पित महिला नक्सली पिछले 8 सालों से संगठन में सक्रिय रही। मलाजखंड एरिया कमेटी सदस्य रंजीता पर 13 लाख का इनाम था। जिला खैरागढ़, छुईखदान, गंडई क्षेत्र अंतर्गत 3, जिला बालाघाट मध्यप्रदेश क्षेत्र अंतर्गत 19 नक्सली घटनाओं में शामिल रही है।
25 लाख के इनामी नक्सली की पत्नी है रंजीता
नक्सली रंजीत ने संगठन में 25 लाख के इनामी नक्सली विकास से विवाह किया था। बाद में वह अलग हो गए थे, आत्मसमर्पण करने पर नक्सली रंजीता को पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रुपए दिया गया। वहीं छत्तीसगढ़ शासन से 5 लाख रुपए जल्द ही दिया जाएगा। इसके साथ ही पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सारी सुविधाएं दी जाएंगी। नक्सली रंजीता के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस ने रंजीता के पति विकास और अन्य नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील की है।