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छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त राज्यपाल रामेन डेका राजधानी रायपुर पहुंच गए हैं। जहां स्टेट हैंगर में धूम- धाम से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम अरुण साव सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। 

रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 राज्यों के राज्यपालों की नई नियुक्ति की है। जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ का नया राज्यपाल रामेन डेका को नियुक्त किया है। मंगलवार को नवनियुक्त राज्यपाल रामेन डेका राजधानी रायपुर पहुंच गए हैं। जहां स्टेट हैंगर में धूम- धाम से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम अरुण साव सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी स्टेट हैंगर में मौजूद थे और उन्होंने भी उनका स्वागत किया। वे कल राजभवन में शपथ लेंगे। 

New Governor Ramen Deka taking salute
सलामी लेते नए राज्यपाल 

सेवा निवृत राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन को स्टेट हैंगर में दी गई बिदाई 

सेवा निवृत राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन को स्टेट हैंगर में बिदाई दी गई। जिसमें सीएम विष्णुदेव साय, मंत्री ओपी चौधरी, मंत्री केदार कश्यप, पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान सेवा निवृत राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में साय सरकार अच्छा काम कर रही है और डबल इंजन की सरकार में तेजी से काम हो रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व देश विकसित भारत बनने की ओर आगे बढ़ रहा है। मेरा छत्तीसगढ़ में काम करने का अनुभव अच्छा रहा और मुझे यहां सरकार और शासन से पूरा सहयोग मिला। यहां के मुख्यमंत्री बहुत सिंपल और सरल है, मुझे उनका पूरा सहयोग मिला है। मैं छत्तीसगढ़ के विकास की कामना करता हूं। मैं जहां भी रहूंगा छत्तीसगढ़ के विकास के लिए अपना योगदान देता रहूंगा। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों की भी तारीफ की है। 

traditional dance artist
पारंपरिक नृत्य करते कलाकार 

सीएम साय बोले- उनके नेतृत्व में हुआ छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास 

निवृतमान राज्यपाल हरिचंदन को विदाई देने के बाद सीएम साय ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल अच्छा रहा है। उनके साथ काम करने का अनुभव अच्छा रहा और उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में तेजी से विकास हुआ। हमें उनका मार्गदर्शन हमेशा मिला और आगे भी मिलता रहेगा। यहां तक कि, जाते- जाते भी उन्होंने मुझसे कहा कि, छत्तीसगढ़ से मेरा लगाव हमेशा रहेगा।

ओडिशा के स्वतंत्रता सेनानी परंपरा वाले परिवार से हैं विश्वभूषण हरिचंदन

ओडिशा के योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानी परंपरा वाले परिवार से आने वाले विश्वभूषण हरिचंदन, जो 1962 में ओडिशा उच्च न्यायालय बार में और 1971 में भारतीय जनसंघ में शामिल हुए। अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर कम समय में ही एक वकील और राजनीतिक नेता के रूप में प्रसिद्धि पाई। उन्होंने ऐतिहासिक जेपी आंदोलन में लोकतंत्र का गला घोंटने के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिसके लिए उन्हें आपातकाल के दौरान कई महीनों तक जेल में रहना पड़ा। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन एक्शन कमेटी के अध्यक्ष के रूप में श्री हरिचंदन ने 1974 में सुप्रीम कोर्ट में जजों के अधिक्रमण के खिलाफ ओडिशा में वकीलों के आंदोलन का नेतृत्व किया और तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की तानाशाही शासन व्यवस्था के खिलाफ जनमत तैयार किया। 

traditional dance artist
पारंपरिक नृत्य करते कलाकार 

पांच बार रहे विधायक 

ओडिशा की राजनीति में दिग्गज नेता श्री हरिचंदन  पांच बार अर्थात् 1977, 1990, 1996, 2000 और 2004 में ओडिशा राज्य विधानसभा के लिए चुने गए।  उन्होंने 2000 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 95,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की और ओडिशा में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

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