रायपुर। छत्तीसगढ़ की रायपुर में बंग्लादेशी भाइयों को पनाह देने वाले फरार आरोपी के खिलाफ सर्कुलर जारी। पुलिस ने मामले में आरोपी शेख अली के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। 9 फरवरी को मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं ATS की टीम एक अन्य फरार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों मोहम्मद इस्माइल, शेख अकबर, शेख साजन को फिर रिमांड पर ले सकती है। इन सभी ने रायपुर के फर्जी पते से पासपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज बनवाया है।
9 फ़रवरी को मुंबई से हुए थे गिरफ्तार
फर्जी तरीके से रायपुर में रहने वाले बांग्लादेशी सगे भाइयों को इराक भागने की फिराक में मुंबई से 9 फ़रवरी गिरफ्तार किया गया था। उनके रायपुर में पिछले आठ वर्षों से रायपुर में रहने की जानकारी ATS और पुलिस टीम को मिली है। ATS ने तीनों को उनकी भाषा, रहन-सहन के आधार पर लंबे अरसे से निगरानी करने के बाद गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। एटीएस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक मोहम्मद इस्माइल, शेख अकबर तथा शेख साजन ने किसी शेख अली के माध्यम से रायपुर में अपना ठिकाना बनाया था।
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सत्कार कम्प्यूटर के संचालक ने बनाए फर्जी दस्तावेज
तीनों आरोपियों ने रायपुर में रहने के दौरान ही भारतीय दस्तावेज आधार, पैनकार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाया है। यूसीसी लागू होने और भारत में पकड़े जाने के डर से जन्मतिथि के प्रमाण पत्र के लिए फर्जी मार्कशीट, सत्कार कम्प्यूटर के संचालक मोहम्मद आरिफ के माध्यम से बनवाया था। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि, पूर्व में भी कई व्यक्ति इसी तरह सत्कार कंप्यूटर के संचालक मोहम्मद आरिफ़ की मदद से फर्जी दस्तावेज बनवाकर इराक जा चुके हैं और वापस नहीं आए हैं।
रायपुर रहकर कबाड़ी का करते थे काम
टिकरापारा टीआई विनय सिंह बघेल के मुताबिक, इस्माइल और उसके भाई रायपुर में रहकर कबाड़ी का काम कर रहे थे। तीनों संतोषी नगर सहित शहर के अलग-अलग इलाकों में घूम-घूमकर कबाड़ी खरीदी-बिक्री का काम कर रहे थे। तीनों भाई रायपुर में रहने के दौरान धरमपुरा के बाद मिश्रा बाड़ा में किराए पर मकान लेकर रह रहे थे। पुलिस को आशंका है कि बांग्लादेशी नागरिकों ने मोबाइल से कई महत्वपूर्ण डेटा को डीलिट कर दिया है।