घनश्याम सोनी- बलरामपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी से कई परिवारों की जिंदगी बदल रही है। केंद्र और राज्य सरकार की मंशानुरूप समाज के हर नागरिक तक महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे समाज के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। प्रधानमंत्री आवास योजना से अब हर व्यक्ति का पक्के आवास का सपना साकार हो रहा है। इससे ग्रामीण बहुत खुश हैं और सरकार का आभार जता रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी से रामानुजगंज के वार्ड नंबर 12 की निवासी उर्मिला कश्यप, पति स्व. चंद्रिका कश्यपर को योजना का लाभ मिला। उर्मिला बताती हैं कि, पहले वह अपने बेटे-बहु के साथ कच्चे मकान में रहती थीं। पति की मौत के बाद खुद का पक्का मकान उर्मिला के लिए सपने जैसा था। वह अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताती हैं कि, कच्चे मकान में बरसात के दिनों में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। बदलते मौसम के साथ परेशानियां भी बदलती रहती थीं। लेकिन शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) ने उनके पक्के मकान के सपने को साकार किया।
सपना साकार होने पर सरकार का जताया आभार
शासन से अनुदान में मिली सहयोग राशि और स्वयं की बचत राशि को मिलाकर उन्होंने पक्का मकान बना लिया। अब पक्का मकान बन जाने से वे अपने परिवार के साथ उस पक्के मकान में खुशहाल जीवन यापन कर रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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पक्के मकान में अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हितग्राही
प्रधानमंत्री आवास योजना लोगों को न सिर्फ सिर पर पक्के आवास का सुखद अनुभव करा रही है, बल्कि हितग्राही पहले की अपेक्षा अब अधिक सुरक्षित और बेहतर महसूस कर रहे हैं। योजना के तहत पक्का आवास मिलने से हितग्राहियों में संतुष्टि के भाव परिलक्षित हो रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण बस्तर के कांकेर जिले के विकासखंड के ग्राम माकड़ीखुना की रहने वाली मानबाई यादव में देखने को मिला। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2024-25 में उन्हें आवास स्वीकृत हुआ था, जिसका निर्माण कार्य वर्तमान में तेजी से प्रगति पर है। फिलहाल उनका लिंटल लेवल का कार्य चल रहा है और शीघ्र ही पूरा होने की उम्मीद भी है।
कच्चे मकान में होती थीं कई समस्याएं
मानबाई यादव अपने पुराने कच्चे मकान में अपने बेटे-बहू के साथ निवास कर रही हैं। उनका बड़ा बेटा ट्रक चलाता है, जबकि छोटा बेटा एक निजी टेंट दुकान में कार्य करता है। खुद मानबाई यादव मजदूरी का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं। उन्होंने बताया कि, वे गरीब हैं और कभी सोचा भी नहीं था कि उनका भी पक्का मकान बनेगा। मानबाई यादव ने बताया कि, फिलहाल वह अपने परिवार के साथ कवेलुपोश घर में रह रही हैं जो सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है। जंगली जानवरों का भय हमेशा सताता रहता है और असहज भी महसूस होता है। लेकिन अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें यह सुविधा मिल जाने पर उनके सिर पर पक्का आवास होगा। मानबाई यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि, इस योजना से उनका पक्का मकान बनने का सपना जल्द ही हकीकत में बदल जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में इस योजना से गरीबों को काफी राहत मिल रही है और उनकी जीवनशैली में लगातार सुधार हो रहा है।