राहुल यादव/लोरमी- मुंगेली जिले के लोरमी तहसील स्थित बंधवा गांव में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करते हैं। विद्यालय में 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई होती है, जहां 420 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन यह बच्चे मूलभूत सुविधा के लिए तरसते हुए दिखाई दिए हैं।
दरअसल, यह सभी छात्र-छात्राएं अपनी मांग को लेकर परिसर में आज सुबह से ही पढ़ाई छोड़ हाथ में तख्ता लिए धरना प्रदर्शन में बैठ गए थे। इस दौरान छात्रों ने प्राचार्य को हटाने की मांग के अलावा कई अन्य मांगों को पूरा नहीं होने की वजह से विरोध प्रदर्शन किया था। इस मांग को प्राथमिकता के साथ हरिभूमि.कॉम ने दिखाया, जिसका बड़ा असर दिखा है। बच्चों की मांग पर एकलव्य छात्रावास की प्रिंसिपल को उनके पद से हटा दिया गया है।
एसडीएम के समझाने के बाद धरना खत्म किया...
इस मामले की सूचना मिलने के बाद मुंगेली जिले के एडीएम, लोरमी एसडीएम सहित सहायक आयुक्त मौके पर पहुंचे, जहां समझाइश और आश्वासन के बाद बच्चों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया है। इस बीच आक्रोशित बच्चो की मांग पर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय से प्रभारी प्राचार्य आर ध्रुव को तत्काल हटाते हुए दूसरे प्राचार्य को प्रभार देने की कार्रवाई की गई है।
कई दफा सूचना दी गई...नहीं लिया था एक्शन...
बता दें, आज सुबह से ही पढ़ाई के समय बच्चे धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। जिससे उनकी पढ़ाई पूरी तरह बंद पड़ी हुई है। छात्र-छात्राओं ने अपनी कई मांगों को लेकर लगातार विद्यालय प्रबंधन को कई दफा सूचना दी है। इसके बावजूद महीनों बाद भी उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया है। जिसके चलते आज सुबह से ही बच्चे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
समाधान नहीं निकला...तो धरना जारी रहेगा…
एक तरफ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। तो वहीं दूसरी तरफ एकलव्य आवासीय आदर्श आवासीय विद्यालय प्रबंधन की पोल खुलती हुई नजर आ रही है। छात्राओं का कहना है कि, मुंगेली जिले के जवाबदार अधिकारी जब तक मौके पर आकर समस्या का निराकरण नहीं करेंगे, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रिंसिपल हटाओ...एकलव्य बचाओ...
बच्चों के धरना प्रदर्शन को लेकर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के पालक समिति के अध्यक्ष गुलाब सिंह मंडावी ने विद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, जब बच्चों के लिए करोड़ों रुपए का फंड आ रहा है। तब उन्हें समय पर सुविधा क्यों नहीं मिल रहा है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और अगर कई दोषी है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि, बच्चों के अध्ययन कार्य से लेकर मेन्यू में खाना न मिलना से लेकर अन्य सुविधा के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। जिसके चलते आज छात्र-छात्राएं धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।