यशवंत गंजीर-धमतरी। पिछले तीन माह से ग्राम अरौद में रुक-रुककर पत्थर बरसने की रहस्यमयी घटना घटित हो रही है। यह पत्थर कहीं भी, किसी भी समय ऊपर से अचानक गिरता है। यह पत्थर कहां से आ रहा है यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।
दुनिया रहस्य से भरी हुई है तो इंसान जिज्ञासा और हौसलों से। अपनी इसी इच्छाशक्ति के कारण इंसान ने कई रहस्यों को उजागर किया है। जिन रहस्यों को वह सुलझा नहीं पाया उन्हें उसने या तो चमत्कार का नाम दे दिया या फिर प्रकृति का प्रकोप बताया। ऐसी ही एक रहस्यमयी घटना धमतरी जिले के ग्राम अरौद में पिछले तीन महीनों से घटित हो रही है।
यहां हो रही है पत्थर की बारिश
जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम अरौद स्थित है। लगभग दो हजार की आबादी वाले इस गांव के कुछ मुहल्ले में हैरान करने वाली घटनाएं घटित हो रही हैं। पिछले तीन माह से अचानक ही ऊपर से रूक-रूक कर पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है। दिन हो या रात किसी भी समय छोटे से छोटे और बड़े से बड़े आकार वाले पत्थर गिर रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि, ये पत्थर किसी भी व्यक्ति पर न गिरकर उसके आसपास ही गिर रहे हैं। यानि अब तक इस घटना से कोई जनहानि नहीं हुई है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से पत्थर गिरने की रहस्यमयी घटना की जांच करा गांव को भयमुक्त कराने की गुहार की है।
दहशत में ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि, गांव में जब किसी विषय विशेष की बैठक होती है। तभी पत्थर ज्यादा मात्रा में गिरने लगते हैं। एक बार तो पुलिस वाहन पर भी पत्थरों की बारिश हो चुकी है। गिट्टी खदान में ब्लास्टिंग या घटना में असामाजिक तत्वों का हाथ होने को खारिज करते हुए ग्रामीणों का कहना है कि वैसे तो पूरे गांव में पत्थर गिरने की घटनाएं हुई है। विशेष कर मालिक पारा में पत्थर गिरने की घटनाएं ज्यादा हुई है। जब पत्थर गिरता है तो बाहर निकल कर देखते हैं तो कोई नजर नहीं आता। पत्थर गिरने का कोई समय नहीं है। कभी भी पत्थर की बारिश हो जाती है। डोमारू राम सिन्हा ने बताया कि, ग्रामवासियों के बैठक के दौरान उसके ऊपर छोटा सा पत्थर गिरा था। मेरी गाड़ी में पहले भी दो- तीन बार पत्थर गिर चुका है। गांव में पत्थर कहां से आकर बरस रहा है, इसका रहस्य अब तक बरकरार है। इसी के कारण यहां दहशत का माहौल है।
पिछले तीन माह से गिर रहे हैं पत्थर
गांव में हो रही पत्थर गिरने की रहस्यमयी घटना के संबंध में पूर्व उपसरपंच गंगा प्रसाद ध्रुव का कहना है कि, यहां पत्थर गिरता है। कहां से गिरता है पता नहीं चल पाया है। यह पत्थर कभी भी गिर सकता है। व्यक्ति के आजू-बाजू में गिरने के कारण अभी तक कोई घायल या किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। बैठक के दौरान अक्सर यह घटना घटित होती है। इन घटनाओं से गांव में भय का माहौल था लेकिन अभी कुछ कमी आई है। भीषम यादव का कहना है कि, घर के ऊपर कवेलू में, छत्त में कहीं भी पत्थर गिर जाता है। पत्थर कहां से आता है यह दिखाई नहीं देता। गुलाब साहू ने बताया कि तीन माह से पत्थर गिर रहा है। कहीं-कहीं अभी भी सिलसिला जारी है।