रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पूर्व महापौर एजाज़ ढेबर EOW दफ्तर पहुंचे। शराब घोटाले मामले में EOW ने एजाज ढेबर को तलब किया था। जिसके बाद वो अपने वकील के साथ पहुंचे। EOW के अधिकारी शराब घोटाले को लेकर एजाज ढेबर से पूछताछ कर रहे हैं। EOW- ACB ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके करीबी रिश्तेदारों को नोटिस भेजा था। EOW- ACB की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर यह नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि, पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने नगरीय निकाय चुनाव का हवाला देते हुए पूछताछ से छूट मांगी है।
पूर्व महापौर एजाज़ ढेबर #EOW दफ्तर पहुंचे। #शराब_घोटाlला मामले में EOW ने एजाज ढेबर को तलब किया था। जिसके बाद वो अपने वकील के साथ पहुंचे। EOW के अधिकारी शराब घोटाले को लेकर एजाज ढेबर से पूछताछ कर रहे हैं. @AijazDhebar #Chhattisgarh pic.twitter.com/PCHwA2aSWd
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) February 12, 2025
जनवरी में EOW- ACB में दर्ज करवाई थी FIR
जनवरी 2024 में ED ने राज्य की जांच एजेंसी EOW- ACB में FIR दर्ज कराई थी। ED ने अपने आवेदन में कहा था कि, तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन के तत्कालीन एमडी एपी त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए दो हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया है। EOW- ACB ने जांच शुरू करते हुए डुप्लीकेट होलोग्राम का खुलासा किया था। अनवर ढेबर की जमीन खोदकर बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए गए थे। लेकिन एजेंसी ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके करीबी रिश्तेदारों को तलब किया है।
पूर्व आबकारी मंत्री जेल में हैं बंद
हाल ही में शराब घोटाला मामले की जांच कर रही ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के ठिकानों पर दबिश देकर उन्हें हिरासत में लिया था। कवासी को कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड ली गई थी। कवासी लखमा फिलहाल जेल में है। ED ने अपने बयान में कहा था कि कवासी लखमा को हर महीने दो करोड़ रुपए कमीशन दिए जाते थे।