Logo
छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त डीजीपी अरुण देव गौतम ने पदभार ग्रहण कर लिया है। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि, पुलिस की प्राथमिकताओं में बेसिक पुलिसिंग और कानून व्यवस्था रहेगी। उस दिशा में जो बाधा है, हम उससे लड़ेंगे। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त डीजीपी अरुण देव गौतम ने पदभार ग्रहण कर लिया है। पदभार ग्रहण करने के बाद हमारे सहयोगी चेनल आईएनएच 24*7 से खास चर्चा में उन्होंने कहा कि, पुलिस की प्राथमिकताओं में बेसिक पुलिसिंग और कानून व्यवस्था रहेगी। उस दिशा में जो बाधा है, हम उससे लड़ेंगे। नक्सलवाद से हम पूरी मुस्तैदी से लड़ रहे हैं। केंद्र और राज्य के निर्देश के अनुसार हमारे जवान मोर्चे पर डटे हैं। लोग नक्सल विचारधारा को अब समझ चुके हैं। लोग अब उनसे दूरी बना रहे हैं और धीरे- धीरे नक्सलवाद समाप्ति की ओर है। 

जुनेजा का कार्यकाल हुआ समाप्त 

उल्लेखनीय है कि, DGP अशोक जुनेजा का कार्यकाल 4 फरवरी की शाम 5 बजे खत्म हो गया। शाम 6 बजे अशोक जुनेजा ने नए डीजीपी अरुणदेव गौतम को चार्ज दिया। अपने विदाई समारोह पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था सुदृढ़ की गई, अपराध नियंत्रण किया गया जो सराहनीय है।

नक्सल क्षेत्र में मिली कई सफलताएं 

वर्ष 2024 में नक्सली क्षेत्र में किए गए कामों में उपलब्धियां मिली हैं। नक्सलियों के खिलाफ एक्शन प्लान लगातार मॉनिटरिंग और इंप्लीमेंट से उसके परिणाम अच्छे आए। कई शीर्ष नक्सलियों को हमने ढेर किया और कई नक्सलियों ने सरेंडर किया। कई बड़े नक्सली गिरफ्तार हुए। छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी चुनौती नक्सलवाद है। पहले हम नक्सलियों को ज्यादा डैमेज नहीं कर पाते थे। लेकिन, इस वर्ष हमने बड़े नक्सलियों को मार गिराया है। राष्ट्रपति कलर अवॉर्ड छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए अब तक का सबसे बड़ा अचीवमेंट है। 

पुलिस विभाग में वक्त का पाबंद होना जरुरी 

श्री जुनेजा ने आगे कहा कि, हमने नक्सल क्षेत्र में रणनीति बदली, जवानों से बात किया और इसका असर भी देखने को मिला। इससे नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ। अपनी नई भूमिका को लेकर अशोक जुनेजा ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने ने आगे कहा कि, पुलिस विभाग में वक्त का पाबंद और अनुशासन का होना जरूरी है। यही आपकी सफलता का राज है और इसका कोई विकल्प नहीं है। मैं बोलने से ज्यादा करने में विश्वास रखता हूं।

5379487