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आदिवासी नाबालिग बच्ची चार-चार अस्पतालों में घूमती रही। लेकिन इन अस्पतालों के प्रबंधन ने जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई। पीड़िता का एमएलसी कराना तो दूर, पुलिस को सूचना तक नहीं दी गई। 

एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिले के खडगांव थाना क्षेत्र की आदिवासी नाबालिग किशोरी का उसके जीजा के छोटे भाई ने यौन शोषण किया। नाबालिग ने राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में मृत बच्चे को जन्म दिया है।

इस गंभीर प्रकरण में पीड़िता दल्लीराजहरा का शहीद अस्पताल, मोहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजनांदगांव जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में मृत बच्चे को कोख में लिए घूमती रही। लेकिन किसी भी हास्पिटल ने पुलिस को सूचना तक देना मुनासिब नहीं समझा। लंबे अंतराल के बाद मामला संज्ञान में आने पर बसंतपुर राजनांदगांव पुलिस ने जीरो में एफआईआर दर्ज कर मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी जिला पुलिस को इस गंभीर वारदात को भेजा। इधर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी वायपी सिंह के निर्देश पर आरोपी युवक को खंडगांव पुलिस ने हिरासत में लिया है।

अस्पताल से लापता हो गई पीड़िता

मिली जानकारी के अनुसार बीते 22 जुलाई को बीमार हालत में खडगांव थाना क्षेत्र की एक 17 वर्षीय आदिवासी नाबालिग छात्रा को परिजनों ने दल्लीराजहरा के शहीद अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता 23 जुलाई से 4 दिन तक अस्पताल से लापता रही। चार दिनों बाद जैसे- तैसे वह फिर घर लौटी जिसके बाद मामले की पड़ताल को लेकर गांव में बैठक आहूत की गई। बैठक उपरांत पीड़िता को गंभीर स्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहला लाया गया। जहां से उसे 6 अगस्त को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।  राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज ने नाबालिग पीड़िता को हायर सेंटर रायपुर के लिए रेफर किया, परंतु परिवारजनों ने उसे राजनांदगांव जिला अस्पताल में दाखिल करा दिया। इन सब वाकये के दौरान इस बेहद गंभीर मामले की सूचना चार-चार अस्पताल प्रबंधकों ने पुलिस प्रशासन को नहीं दिया।

इस तरह खुला मामला

बताया गया है कि, 6 अगस्त की देर शाम राजनांदगांव निवासी फानेंद्र जैन के साथ पार्षद ऋषि शास्त्री एक टाइफाइड से पीड़ित महिला को जिला अस्पताल भर्ती कराने गए। इस बीच अचानक उनकी नजर एक गंभीर स्थिति में पड़ी बच्ची और उसकी मां के ऊपर पड़ी। पूछताछ में उन्होंने बताया कि, वे मोहला खंडगांव से आए हैं, मेडिकल कॉलेज से यहां जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके बाद उनके इलाज की हिस्ट्री देखते हुए पर्ची बनाकर भर्ती कराया गया। बच्ची सीरियस थी और पेट में 7 माह का बच्चा था। इसके बाद उन दोनों ने पीड़िता का पुनः आईसीयू की सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही राजनांदगांव कलेक्टर एसपी और बसंतपुर पुलिस को मामले की गंभीरता से अवगत कराया गया। इस पूरे मामले में फानेंद्र जैन, ऋषि शास्त्री के साथ बसंत शर्मा, मनु पंचारिया, राजनांदगांव कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, अस्पताल के श्री चंद्रवंशी, तरुण कोठारी, मेडिकल कॉलेज के डीन सहित डॉक्टर प्रकाश खुंटे, बसंतपुर थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन की भूमिका से मामला उजागर हुआ।

नाबालिग ने दिया मृत बच्चे को जन्म 

बसंतपुर थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन ने हरिभूमि को जानकारी देते हुए बताया कि, जीरो में उनके द्वारा अपराध दर्ज किया गया 7 तारीख को गंभीर अवस्था में नाबालिक पीड़िता ने मेडिकल कॉलेज में मृत बच्चे को जन्म दिया है।

हिरासत में आरोपी 

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी वायपी सिंह के निर्देश पर खडगांव पुलिस ने आरोपी उमेश्वर राणा पिता स्वर्गीय जोहनलाल राणा उम्र 23 साल निवासी कामखेड़ा मानपुर को हिरासत में ले लिया है।

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