अनिल उपाध्याय- सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सीतापुर में विधानसभा चुनाव के दौरान मोदी की गारंटी के तहत शासकीयकरण करने का वादा पूरा नही होने पर सचिव संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। सचिव संघ का अनिश्चितकालीन हड़ताल 12 वें दिन भी अनवरत जारी है।
इस संबंध में सचिव संघ का कहना है हम हर सरकार में ठगे जाते हैं। चुनाव से पहले सचिवों के शासकीयकरण का वादा सभी करते हैं, लेकिन सरकार बनते ही अपने किए वादे से मुकरने लग जाते हैं। शासकीयकरण की मांग सचिव संघ की दशकों पुरानी मांग है। जिस पर किसी भी सरकार ने गंभीरता नही दिखाई जिसका खामियाजा सचिवों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा जब तक हमारी मांग पूरी नही होती है तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा।
मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन रहेगा जारी
इस संबंध में सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सुरजन राम ने बताया कि, वर्ष 1995 से कार्यरत सचिवों को मोदी की गारंटी के तहत भाजपा सरकार ने शासकीयकरण करने का वादा किया है। लेकिन डेढ़ साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सरकार अपने वादे पर अमल करती नजर नही आ रही है। शासकीयकरण के अभाव में हम सारे सचिव अन्य शासकीय कर्मचारियों की तरह शासन के लाभ से वंचित हो जाते हैं। जिसकी वजह से सचिवों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लंबे समय से शासकीयकरण के इंतजार में कई सचिव तो अब सेवानिवृत्त की कगार पर जा पहुंचे हैं। इस बार सचिव संघ आर- पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी है। जब तक हमारी मांग पूरी नही हम आंदोलन जारी रखेंगे। विगत 12 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे सचिवों के कारण पंचायत के सारे काम ठप्प हो गए हैं। जिसका सीधा नुकसान गांव के लोगो को झेलना पड़ रहा है।
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ये सचिव रहे उपस्थित
इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान संजय यादव, युवराज गुप्ता, श्यामाचरण केहरी, बसंत दास, विश्वनाथ राम केश्वर, राम सतीश सोनी, त्रिलोचन राम, लोभन एक्का, शक्ति सिंह, कुंती तिग्गा, पुपेन टोप्पो, तुला पैंकरा, मनबोध यादव, त्रिलोचन यादव, लक्ष्मण राम समेत काफी संख्या में सचिव उपस्थित थे।