रायपुर। राजधानी रायपुर में मेयर बनने का सपना लिए भाजपा और कांग्रेस की कई महिला नेत्रियों ने दावा किया था, लेकिन इनमें से ज्यादातर की किस्मत ऐसी खराब रही कि इनको पार्षद का भी टिकट नसीब नहीं हुआ। भाजपा और कांग्रेस से एक-एक दावेदार को जरूर पार्षद का टिकट मिला है। यही हाल प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों का भी रहा है। यहां भी भाजपा और कांग्रेस के कई दावेदार रहे, लेकिन इनका सपना ऐसा टूटा कि इनको पार्षद का भी टिकट के लाले पड़ गए। 

राजधानी के नगर निगम में मेयर का पद सामान्य महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। यहां पर जब दावेदारी की बात सामने आई, तो यहां पर भाजपा से नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे के साथ ही थोक में महिला नेत्रियों के नाम सामने आए। इनमें सबसे अहम नाम पार्षद सरिता दुबे, सीमा साहू और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पसंद पार्षद विश्वदिनी पांडेय, जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, पूर्व पार्षद हेमलता चंद्राकर के नाम अहम रहे। इन नामों में पैनल में तीन से चार नामों की चर्चा ज्यादा रही। अंत में यह भी कहा जा रहा था कि आरएसएस की पसंद विश्वदिनी पांडेय को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। 

भाजपा की इन दावेदरों को नहीं मिला पार्षद का टिकट 

भाजपा ने लंबे मंथन, प्रदेश के साथ ही राष्ट्रीय नेताओं के साथ रायशुमारी के बाद अंत में मीनल चौबे का नाम मेयर के लिए फाइनल किया। इसके बाद मेयर पद की दावेदारी रही एक मात्र सरिता दुबे को ही पार्षद का टिकट नसीब हुआ। उनका वार्ड ब्राम्हणपारा ओबीसी आरक्षित होने के कारण उनको वहां से प्रत्याशी न बनाकर सुंदर नगर से प्रत्याशी बना दिया गया। सरिता दुबे को सांसद बृजमोहन अग्रवाल का समर्थक बताया जाता है। इधर दूसरी सबसे प्रबल दावेदार विश्वदिनी पांडेय का रानी लक्ष्मी बाई वार्ड सामान्य होने के बाद भी उनको वापस टिकट नहीं मिला। सीमा साहू का वार्ड वीर नारायाण सिंह वार्ड सामान्य होने के कारण उनको टिकट नहीं मिल सकी लेकिन पार्टी ने उनके पति को जरूर टिकट दे दिया है।

कुछ कामयाब और कई चूक गए 

जगदलपुर। सामान्य सीट होने से नगर निगम के लिए भाजपा और कांग्रेस में कई दोवदार ऐसे भी थे, जिन्होंने महापौर का टिकट मांगा था, लेकिन उन्हें पार्षद की भी टिकट नहीं मिली। वहीं कई ऐसे भाग्यशाली भी रहे जो महापौर के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने पार्षद का टिकट देकर उन्हें चुनाव लड़ने के लिए मौका दे दिया। महापौर के दावेदारों में रजनीश पाणिग्राही, दिनेश पाणिग्राही, अनिल लुंकड़, मनीष पारख, दीप्ति पाण्डेय थे। वहीं रामाश्रय सिंह को जिलाध्यक्ष नहीं बनाया गया, इसलिए महापौर का वे भी दावेदार थे, लेकिन मदर टेरेसा वार्ड से उनके पुत्र को टिकट दिया गया। भाग्यशालियों में सुरेश गुप्ता, योगेन्द्र पाण्डेय और नरसिंग राव जो पार्षद का टिकट पाने में कामयाब हुए। वहीं कांग्रेस की बात करें तो पूर्व महापौर जतिन जायसवाल, राजीव शर्मा, सुशील मौर्य, अतिरिक्त शुक्ला की भी महापौर पद के लिए दावेदारी थी, लेकिन वे चूक गए। वहीं सुनीता सिंह महापौर के लिए मांगा था टिकट लेकिन पार्टी ने पार्षद का फिर से उन्हें प्रत्याशी बना दिया।

अच्छी पकड़ पर नहीं चली 

राजनांदगांव। राजनांदगांव शहर के दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सूर्यकांत जैन ने कांग्रेस पार्टी से महापौर पद के लिए अपनी दावेदारी की थी। वहीं पार्षद प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भी उनकी प्रबल दावेदारी थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें महापौर और पार्षद दोनों ही पद के टिकट से वंचित कर दिया। सूर्यकांत जैन कांग्रेस के ऊर्जावान और जुझारू नेता है, वह अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं। 

मेयर में हारे, पार्षद टिकट को भी तरसे 

दुर्ग। प्रदेश के वीआईपी जिले में शुमार दुर्ग नगर निगम के 60 वार्ड में महापौर बनने भाजपा और कांग्रेस में आधा दर्जन से अधिक नाम आए थे, लेकिन अंत में उन्हें न तो मेयर की टिकट मिल पाई और न वे पार्षद के लिए दावेदारी कर पाए। भाजपा से डॉ मानसी गुलाटी मेयर पद की उम्मीदवार थी, लेकिन उनके जगह कुर्मी के प्रत्याशी को उतारा गया। इसी तरह से सरोज पांडेय की पसंदीदा कुमुद बघेल भी मेयर और पार्षद की टिकट से चुक गई। इसी तरह से कांग्रेस में पूर्व मेयर की पत्नी सरस्वती वर्मा जो एमआईसी की सदस्य रही हैं। सबसे बड़ी चोट उन्हें लगी है। उनका वार्ड सामान्य था। हालांकि उनके पति आरएन वर्मा को वार्ड 26 से पार्षद की टिकट मिली, लेकिन मेयर की लड़ाई लड़ रही उनकी पत्नि सरस्वती वर्मा को मेयर का टिकट अंत तक नहीं मिल पाया और वे सामान्य सीट होने के बाद भी पार्षद चुनाव तक नहीं लड़ पाई।

रायपुर नगर निगम के आठ सिटिंग पार्षदों का टिकट काटकर दूसरे को दे दिया 

कांग्रेस ने मंगलवार को तड़के रायपुर नगर निगम के पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी की है। कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों की सूची आने के बाद बवाल भी शुरू हो गया है। कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में थोक में चुने हुए पार्षदों के टिकट काटकर दूसरे को दे दिया हैं। ऐसे में कांग्रेस के भीतर टूट-फूट शुरू हो गई है। कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में थोक में सिटिंग पार्षदों के टिकट काटे हैं। इनमें से कुछ पार्षदों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। 

कांग्रेस के सक्रिय पार्षद रहे हरदीप सिंह उर्फ बंटी होरा शहीद हेमू कालाणी वार्ड के पार्षद रहे हैं। बंटी होरा पहले निर्दलीय पार्षद के रूप में चुनाव जीते थे और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए थे। अब टिकट से वंचित होने पर उन्होंने बागी तेवर अपना लिए हैं। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर नाराजगी जताते हुए लिखा है कि मेरा तेरा पार्टी को अलविदा। जितेंद्र अग्रवाल, जो निर्दलीय पार्षद के रूप में चुनाव जीतकर कांग्रेस में आए थे, ने भी टिकट न मिलने पर पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। 

इन पार्षदों ने निर्दलीय नामांकन भरा 

कांग्रेस की सूची आने के बाद कई दावेदारों को टिकट नहीं मिलने से वे निराश हुए। इनमें से कई लोगों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने नामांकन दाखिल किया है। इनमें ब्राम्हण पारा वार्ड से आकाश देवांगन, हेमू कलाणी वार्ड से हरदीप होरा, जसबीर ढिल्लन, इंदिरा गांधी वार्ड से विमल गुप्ता, महंत लक्ष्मी नारायण वार्ड से जितेंद्र अग्रवाल, पुरुषोत्तम बेहरा, आकाश तिवारी और समीर अख्तर ने नामांकन दाखिल किया है। 

पूनम ने दिया इस्तीफा 

टिकट नहीं मिलने से नाराज प्रदेश सचिव महिला कांग्रेस के पद से पूनम पांडे ने इस्तीफा दे दिया। वहीं कांग्रेस के पार्षद एवं एमआईसी सदस्य रहे हरदीप सिंह उर्फ बंटी होरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पूनम पांडे ने सोशल मीडिया में लिखा, प्रदेश सचिव महिला कांग्रेस के पद से इस्तीफा देती हूं, क्योंकि मेरे लिए आत्म सम्मान से बड़ा कुछ नहीं है। मैं पत्रकारिता छोड़कर लगातार कांग्रेस पार्टी में कई सालों से महिला कांग्रेस में रहते हुए पार्टी के साथ जुड़कर काम किया। महिला कांग्रेस में अपनी सक्रियता और सहभागिता दिखाते हुए काम करती रही, पर आज मेरे साथ पार्टी ने अनदेखा किया है। 

इन पार्षदों का टिकट कटा 

जिन सिटिंग पार्षदों का टिकट काट दिया गया, उनमें पार्षद सुरेश चन्नावार, हरदीप सिंह होरा 'बंटी', पुरुषोत्तम चंद्र बेहरा, आकाश तिवारी, अनवर हुसैन, रितेश त्रिपाठी, ज्ञानेश शर्मा और समीर अख्तर का टिकट कटा है। बताया गया है कि आरक्षण के कारण कुछ पार्षदों को टिकट नहीं दिया गया है। वहीं महापौर और वार्ड 46 के पार्षद एजाज ढेबर को वार्ड 57 से टिकट दिया गया है।