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Arvind Kejriwal News: आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने रविवार को तिहाड़ जेल के सामने विरोध प्रदर्शन किया और सीएम अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन देने की मांग की।

AAP Workers Protest: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शुगर को लेकर सियासत गरमा गई है। आप नेताओं का आरोप है कि सीएम को जेल में इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। वहीं, जेल प्रशासन का कहना है कि सीएम को विशेषज्ञों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरीए बातचीत कराई गई। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने तिहाड़ जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आप नेताओं और कार्यकर्ताओं के हाथ में इंसुलिन भी था। 

इस दौरान आतिशी ने कहा कि वो तिहाड़ जेल प्रशासन को इंसुलिन की डोज सौंपना चाहती हैं। इस मौके पर आम नेताओं के साथ ही पार्टी के समर्थक भी तिहाड़ जेल के बाहर इकट्ठा हो गए। सभी लोग केजरीवाल को इंसुलिन देने की मांग करने लगे। आतिशी ने कहा कि केजरीवाल 22 साल से शुगर के मरीज हैं और वो पिछले 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं। लेकिन उन्हें जेल प्रशासन इंसुलिन क्यों नहीं दे रहा है।

आतिशी ने बीजेपी पर साधा निशाना

आतिशी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को सीएम अरविंद केजरीवाल से नफरत है लेकिन क्या वो उनकी अब जान लेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने अपने सीएम को इंसुलिन भेजी है इसलिए सभी लोग तिहाड़ में उन्हें इंसुलिन देने आए हैं। आतिशी ने कहा कि अगर तिहाड़ जेल प्रशासन के पास सीएम केजरीवाल को देने के लिए इंसुलिन नहीं है तो ये इंसुलिन उनको दे दी जाए।

लेकिन उनकी जान के साथ खिलवाड़ ना किया जाए। आतिशी ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग है कि सीएम को तुरंत इंसुलिन दी जाए और विशेषज्ञ उपलब्ध कराए जाएं। मंत्री ने ये भी कहा कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदर्शन जारी रहेगी। इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। 

तिहाड़ जेल प्रशासन का बयान 

आप नेताओं के आरोपों के बीच तिहाड़ जेल प्रशासन का बयान सामने आया है। प्रशासन का कहना है कि बीते दिन शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञों बात कराई थी। इस दौरान न तो केजरीवाल ने इंसुलिन का मुद्दा उठाया और न ही डॉक्टरों ने इंसुलिन का सुझाव दिया। जेल प्रशासन का कहना है कि एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने केजरीवाल को आश्वस्त किया कि कोई गंभीर समस्या नहीं है।

विशेषज्ञों ने उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी जिनका नियमित तौर पर मूल्यांकन और समीक्षा की जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ के अलावा, आरएमओ तिहाड़ और एमओ तिहाड़ मौजूद थे। एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञ ने सीजीएम (ग्लूकोज मॉनिटरिंग सेंसर) का पूरा रिकॉर्ड और केजरीवाल द्वारा ली जा रही डाइट और दवाओं का विवरण मांगा।

सौरभ भारद्वाज ने भी लगाए आरोप 

बता दें इससे पहले आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि तिहाड़ जेल में शुगर स्पेशलिस्ट नहीं हैं, जिस कारण सीएम केजरीवाल के शुगर की जांच नहीं हो रही है। उन्होंने एक पत्र दिखाते हुए कहा कि तिहाड़ के डीजी ने एम्स को पत्र लिखकर डायबिटीज स्पेशलिस्ट की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब जेल में कोई शुगर का स्पेशलिस्ट नहीं है, तो प्रशासन यह कैसे दावा कर सकता है कि उनका शुगर लेवल नॉर्मल है।

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