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Arvind Kejriwal News: कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल को लेकर अरविंद केजरीवाल को आईना दिखाया। साथ ही बेरोजगारी को लेकर कहा 'दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में 8194 पद खाली हैं, पहले उन्हें भर लीजिए।'

Arvind Kejriwal News: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी खासकर दो मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है, पहला शिक्षा और दूसरा स्वास्थ्य। हालांकि भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर केजरीवाल की एक लाइफलाइन 'स्वास्थ्य मुद्दा' खत्म कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, आम आदमी पार्टी की बागी राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल दिल्ली के अस्पतालों के हालातों से लोगों को रूबरू करा चुके हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक के हालातों के बारे में भी बता चुकी है। भाजपा और कांग्रेस सीएजी की रिपोर्ट के आधार पर अरविंद केजरीवाल पर 382 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। 

अजय माकन ने खोली चिकित्सा मॉडल की पोल

कांग्रेस नेता अजय माकन ने दिल्ली सरकार के चिकित्सा मॉडल की पोल खोल दी है। उन्होंने अस्पताल के बेडों की ऑक्यूपेंसी पर सवाल उठाया और उसके बाद उन्होंने बेरोजगारी पर सवाल उठाते हुए चिकित्सा क्षेत्र में हजारों खाली पड़े पदों के बारे में सवाल उठाया। अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि हमारे पास नौकरियां नहीं हैं, हम बेरोजगारी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।

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स्वास्थ्य के क्षेत्र में 8194 पद पड़े खाली

दिल्ली में 8194 पदों पर लंबे समय से भर्तियां नहीं हुई हैं और दिल्ली सरकार उन पदों पर बहाली नहीं करा पा रही है। अजय माकन ने बताया कि डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में 3,268 पद खाली हैं। वहीं स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (DGHS) में 1532 पद खाली हैं। स्टेट हेल्थ मिशन में 1036, मौलाना आजाद चिकित्सा महाविद्यालय में 503, लोकनायक अस्पताल में 581 पद, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में 322 पद खाली पड़े हैं। वहीं राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी में 580, ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट में 75, जनकपुरी में 298 पद खाली पड़े हैं, जिन पर केजरीवाल बहाली नहीं करा पाए हैं। 

कितने स्टाफ की कमी

दिल्ली के अस्पतालों में 21 फीसदी नर्सिंग स्टाफ की कमी है, तो कुछ जगहों पर 30 फीसदी नर्सिंग स्टाफ की कमी है। सोचिए कि अगर दिल्ली के अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ कम है, तो खुद सोचिए अस्पतालों में मरीजों का क्या हाल होगा? 30 फीसदी वैकेंसी पैरामेडिक्स स्टॉफ और 30 फीसदी स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों की कमी है। तीस फीसदी टीचिंग स्टाफ और 28 फीसदी विदाउट टीचिंग स्टाफ की कमी है। 9 फीसदी मेडिकल ऑफिसर्स की शॉर्टेज है। दिल्ली सरकार ने कैसा चिकित्सा मॉडल दिया है, जिसका ये ढिंढोरा पीट रहे हैं। पहले आप अपनी सरकार के अंदर तो वैकेंसी भर लीजिए, बाकी बेरोजगारी आप बाद में दूर कीजिए। ये केजरीवाल नहीं बल्कि फर्जीवाल है। 

भाजपा ने खोली मोहल्ला क्लीनिक की पोल

दिल्ली के चिकित्सा मॉडल का एक भाग मोहल्ला क्लीनिक भी है, जिसको लेकर अरविंद केजरीवाल और पूरी आम आदमी पार्टी ढिंढोरा पीटते नजर आते हैं। इसको लेकर कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी ने कुछ मोहल्ला क्लीनिक की फोटोज एक्स पर शेयर की थीं, जिसमें उन मोहल्ला क्लीनिक की दुर्दशा देखी जा सकती है। मोहल्ला क्लीनिक में जानवर घूम रहे हैं। आसपास किस तरह से गंदगी पसरी हुई है, यो साफ देखा जा सकता है। 

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