दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने 9 महीने से लापता 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया है। खास बात है कि लड़की जिस इलाके से लापता हुई थी, उसी इलाके में बरामद किया गया है। बरामदगी के बाद लड़की ने जो कहानी सुनाई है, उससे क्राइम पेट्रोल बनाने वालों की आंखों में भी आंसू आ जाएंगे। बहरहाल, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस लड़की को दिल्ली की रनहौला पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस का कहना है कि लड़की पर उत्पीड़न की जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार होंगे, जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 मार्च 2024 को दिल्ली के नांगलोई इलाके से 15 साल की लड़की संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। उसकी गुमशुदगी की शिकायत रनहौला थाना में दर्ज कराई गई। चूंकि लड़की नाबालिग थी, लिहाजा पुलिस ने तुरंत उसका सुराग लगाने के प्रयास शुरू कर दिए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और क्राइम ब्रांच की टीम भी इस जांच में शामिल हो गई। अब संयुक्त टीमों के प्रयासों की वजह से इस लड़की को बरामद कर लिया गया है।
आपबीती जानने से पहले जान लीजिए कैसे मिला सुराग
दिल्ली पुलिस का कहना है कि नाबालिग तक पहुंचने के लिए उसके कई दोस्तों से बात की। पूछताछ में पता चला कि लड़की के माता-पिता यूपी के रहने वाले हैं, लेकिन नांगलोई इलाके में किराए का मकान लेकर रह रहे थे। पूछताछ में यह भी पता चला कि लड़ृकी के पिता की मृत्यु हो चुकी है। पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाली, जिसके बाद उस तक पहुंचने का सुराग मिल गया।
लड़की ने सुनाई ये आपबीती
बरादगी के बाद लड़की ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसकी मां विकलांग है। घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। उसने सिर्फ आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। उसे पैसे कमाने थे, इसलिए घर छोड़ा था। जब पूछा गया कि क्या किसी ने जबरदस्ती की, तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। मीडिया रिपोर्ट्स में संबंधित पुलिस के हवाले से कहा गया है कि लड़की को फिलहाल सरहौला पुलिस के सुपुर्द किया गया है। जांच की जाएगी कि किसी ने उसका उत्पीड़न तो नहीं किया। लड़की की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी, इसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
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