Delhi Election 2025: कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने भाजपा का दामन थामा था। खुद को केजरीवाल का हनुमान बनाने वाले कैलाश गहलोत के इस फैसले ने सबको चौंका दिया था। अब एक बार फिर भाजपा नेता कैलाश गहलोत ने एक बड़ा फैसला लेकर जनता को चौंका दिया है। भाजपा नेता कैलाश गहलोत ने दिल्ली विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 27 नवंबर को विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल को इस्तीफा भेजा है। इसका खुलासा उनके आधिकारिक एक्स अकाउंट से किया गया है।
Former Delhi Minister Kailash Gahlot resigns from membership of Delhi Legislative Assembly, sends his resignation to the Speaker, Ram Niwas Goel
Kailash Gahlot recently resigned from Aam Aadmi Party and joined the BJP. pic.twitter.com/Q2U4ulMG3L
— ANI (@ANI) November 27, 2024
क्या है इस्तीफा देने की वजह?
बता दें कि 17 नवंबर को ही दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया था और भाजपा ज्वाइन कर ली थी। उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि आम आदमी पार्टी अपने नैतिक मूल्यों से भटकने लगी थी और जनता की जरूरतों को पूरा करने में विफल रही। वे अपने किए हुए वादे भूलकर किसी अन्य राह पर चल पड़ी है।
वहीं इस लेटर में उन्होंने कहा है कि मैं अपना इस्तीफा देने की वजह पहले ही बता चुका हूं। मेरा आप में रहना मुश्किल हो गया था और अब मैं दिल्ली विधानसभा से भी इस्तीफा दे रहा हूं। इसे तत्काल रूप से स्वीकार किया जाए।
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17 नवंबर को छोड़ा था आप का हाथ
उन्होंने 17 नवंबर को इस्तीफा देते हुए पार्टी की कई कमियां बताई थीं। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते समय यमुना की सफाई समेत कई मुद्दे उठाए गए थे, जिन्हें पूरा नहीं किया गया। इससे मैं काफी निराश हूं। इसके साथ ही कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को शीशमहल के मुद्दे पर भी घेरा था और भाजपा के नेताओं के साथ आप मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया था।
किसी दबाव में नहीं लिया आप छोड़ने का फैसला
वहीं काफी लोगों का कहना था कि कैलाश गहलोत ने रातों-रात ईडी और सीबीआई के दबाव में आकर आम आदमी पार्टी को छोड़ने का फैसला किया है। ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि ऐसे फैसले रातों-रात नहीं होते। मैंने बहुत सोच समझकर ये फैसला लिया है। लोग नैरेटिव बना रहे हैं और हम जैसे हजारों लोग अन्ना हजारे के आंदोलन में केजरीवाल की विचारधारा देखकर भाजपा में ज्वाइन हुए थे। हमारा मकसद दिल्ली का विकास करना है, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है और इसी कारण मैंने आप छोड़ने का फैसला लिया है।
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