दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (DUSIB) के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दिल्ली सरकार का शहरी विकास मंत्रालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) और केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपकर कार्रवाई की मांग करेगा।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिए थे निर्देश
दरअसल, दिल्ली में रिकॉर्ड गर्मी के बीच शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने डूसिब के सीईओ मनीष गुप्ता को सभी बेघर आश्रयों में पानी के डिस्पेंसर और पानी आधारित एयर कूलर सुनिश्चित करने के लिए मौखिक निर्देश दिए थे। बाद में वही निर्देश सीईओ को लिखित नोट के रूप में दोहराए गए।
अधिकारियों ने की काम में लापरवाही
मंत्री ने डूसिब के तीन वरिष्ठ अधिकारियों एसके सिंह, पीके झा और फोनिया को प्रत्येक दिन 5 आश्रयों का दौरा करने पर सेल्फी समेत रिपोर्ट सौंपने के लिए नियुक्त करने का भी निर्देश दिया गया था। हालांकि, अनुस्मारक के बावजूद, डूसिब के तीन अधिकारियों ने मंत्री को कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी है। यह डूसिब के 3 वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से कर्तव्य में लापरवाही है।
दिल्ली सरकार करेगी कार्रवाई की मांग
सीईओ मनीष गुप्ता को उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया गया है। मंत्री इन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते, इसलिए यह रिपोर्ट उचित कार्रवाई करने के लिए मंत्री द्वारा एनएचआरसी और एमएचए को भी भेजी जाएगी।
बता दें कि दिल्ली के शहरी विकास मंत्री एवं दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब विभाग के वाइस चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने गर्मी और हीट वेव के दौरान डूसिब के सीईओ को निर्देश दिए थे कि वह युद्ध स्तर पर दिल्ली के सभी रैन बसेरों में निरीक्षण करें और जहां कहीं भी व्यवस्था में कोई भी कमी पाई जाए, उसे तुरंत प्रभाव से दुरुस्त किया जाए। जहां कहीं भी पानी की व्यवस्था में कोई कमी नजर आए तुरंत ठंडे पानी की व्यवस्था की जाए और जहां कहीं भी हवा देने वाले वाटर एयर कूलर की समस्या नजर आए, तुरंत उस समस्या को दूर कर हवा देने वाले वाटर एयर कूलरों का इंतजाम किया जाए।