Delhi Crime: क्राइम ब्रांच की आईएससी टीम ने एक मुठभेड़ के बाद चार कुख्यात वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। सोमवार आधी रात महरौली इलाके में जफर महल रोड पर हुई इस मुठभेड़ में पकड़े गए चोरों में गिरोह का सरगना भी शामिल है। फरमान नामक सरगना 50 से अधिक मामलों में शामिल रहा है। इनके पास से एक पिस्टल, तीन कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस को पहले ही मिल गई थी जानकारी
डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से महंगी कारों की चोरी के मद्देनजर, आईएससी की टीम जांच में जुटी थी। कारों की चोरी के पैटर्न के विश्लेषण और घटनाओं के विवरण का अध्ययन करने के बाद टीम ने कुछ सक्रिय वाहन चोरों की पहचान की थी। टीम पिछले दो महीनों से फरमान पर काम कर रही थी। 21 और 22 अक्टूबर की मध्य रात्रि टीम को सूचना मिली कि फरमान अपने साथियों के साथ महरौली इलाके में वाहन चोरी करने आएगा। पुलिस टीम ने दो अलग-अलग कारों में ट्रैप लगाया। करीब 12.45 बजे टीम ने सेल्टोस कार में फरमान को तीन अन्य लोगों के साथ ट्रेस किया।
पुलिस की गिरफ्त में कैसे आए चोर
उन्होंने आगे कहा कि टीम ने कार ड्राइवर को रुकने का इशारा किया। लेकिन पुलिस की मौजूदगी को भांपते हुए ड्राइवर सीट के पास बैठे फरमान ने दो फायर कर दिए। जवाब में ए.एस.आई जफरुदीन ने उनकी कार के टायर पर गोली मारी। कार रूक गई और घेराबंदी के दौरान आरोपी ने फिर से गोली चलाने की कोशिश की लेकिन उसकी पिस्टल अटक गई और टीम ने उसे काबू कर लिया। इसके बाद अन्य तीन बदमाश भी पकड़ लिये गये। जिस किआ सेल्टोस कार में बदमाश सवार थे, उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी।
स्कैन कर बनाता था नई चाबियां
पुलिस को गुमराह करने के लिए कार के चेसिस नंबर से भी छेड़छाड़ की गई थी। आरोपी फरमान गिरोह का सरगना है। इसके खिलाफ दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 58 आपराधिक मामले दर्ज पाये गये। गिरोह के सभी बदमाश यूपी के डासना में मिलते थे। इसके बाद वे अपने मोबाइल बंद कर दिल्ली, यूपी और हरियाणा से कारें चुराते थे। यह गिरोह चाबियों को डी-कोड करने और उसकी मदद से नई चाबियां तैयार करने के लिए स्कैनर का इस्तेमाल कर रहा था।
पिछले कुछ महीनों में गिरोह ने दिल्ली और आसपास के इलाकों से 50 से अधिक कारें चुराई हैं और उन्हें मेरठ में ठिकाने लगाया। तीन अन्य बदमाशों के नाम मोहसिन, साहबजादा और जाहिद है। गिरोह के अन्य सदस्यों, हथियार के स्रोत, वाहनों की बरामदगी के लिए मामले की आगे जांच जारी है।