Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है। WHO की गाइडलाइन के मुताबिक दिल्ली के वायु प्रदूषण की स्थिति सबसे खराब है। प्रदूषण ग्लोबल इंडेक्स सर्वे में दिल्ली की हवा 1650 शहरों में किए गए सर्वेक्षण में सबसे खराब पाई गई है। इसको लेकर दिल्ली सरकार सख्त कदम उठा रही है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण से निपटने के लिए एक 21 सूत्रीय प्लान भी बनाया है। वहीं, आज भी आप ने दिल्ली में रेड लाइट ऑन और गाड़ी Off अभियान की शुरुआत है।
ऑड-ईवन का फंडा अपना चुकी है सरकार
आपको बता दें कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में किसान अक्सर अनाज की कटाई के बाद अपने खेतों में बची हुई पराली या पुआल जलाते हैं, ताकि फसल को खेतों में फिर बो सकें। लेकिन वही पराली दिल्ली समेत कई अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर को बढ़ावा दे रहा है। जैसा की पिछले कुछ सालों में हमने देखा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने कई तरह की मुहिम चलाई, उनमें से एक ऑड-ईवन है। इसी प्रकार आप सरकार ने इस साल रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ अभियान की शुरुआत की है।
क्या है रेड लाइट ऑन-गाड़ी ऑफ अभियान?
आपको बता दें कि पहली बार यह अभियान साल 2020 में शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए शहर में चलने वाली गाड़ियों को लाल बत्ती पर बंद करने के निर्देश दिए गए थे। आज रात 12 बजे से दिल्ली में यह नियम दोबारा लागू हो रहा है। बता दें कि वायु प्रदूषण का प्रकोप दिल्ली के अलावा भी भारत के कई हिस्सों में देखने को मिलता है, इनमें बेगूसराय, गुवाहाटी, गुरुग्राम, मुजफ्फरनगर आदि जैसे मुख्य शहर शामिल हैं।
प्रदूषण के विरुद्ध AAP सरकार का Red Light On- गाड़ी Off अभियान🚦💯
— AAP (@AamAadmiParty) October 21, 2024
"दिल्लीवालों को दिल्ली के बाहर से आने वाले प्रदूषण की मार झेलनी पड़ती है। AAP शासित पंजाब में पराली जलने की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं लेकिन BJP शासित हरियाणा और UP में पराली जलने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही… pic.twitter.com/sW0NqsUlzG
पटाखों और पराली के धुएं का प्रकोप
सर्दियों के समय प्रदूषण स्तर इसलिए बढ़ने लगते हैं, क्यों कि यह दिवाली का समय होता है, जिसमें लोग पटाखे जलाते हैं। दूसरी ओर हरियाणा में किसान पराली जलाते हैं, जिसका असर दिल्ली में भी दिखता है। डीपीसीसी ने 9 सितंबर को एक आदेश जारी किया था, जिसमें ने 1 जनवरी 2025 तक शहर में पटाखों के निर्माण और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चेतावनी देते हुए कहा कि पटाखों को गैरकानूनी तौर से बेचने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
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