Logo
आतिशी का कहना है कि चुनाव आयोग (EC) की टीम ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल्ली स्थित सरकारी आवास कपूरथला हाउस पर छापा मारा है। उन्होंने EC पर निशाना साधा कि भाजपा वाले दिनदहाड़े पैसे, जूते, चादर बांट रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। उल्टा एक चुने हुए मुख्यमंत्री के निवास पर रेड की जाती है।

Atishi slams BJP on Bhagwant Mann EC Raid: दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। प्रचार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चरम पर है। इसी बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बड़ा दावा किया है, जिससे चुनावी माहौल गरमा गया है। पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग (EC) की टीम ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल्ली स्थित सरकारी आवास कपूरथला हाउस पर छापा मारा है। इस घटना ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।  

AAP का आरोप: बीजेपी का दबाव, चुनावी रणनीति का हिस्सा
 
AAP ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि बीजेपी खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है, लेकिन कार्रवाई केवल विपक्ष के खिलाफ की जा रही है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा वाले दिनदहाड़े पैसे, जूते, चादर बांट रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। उल्टा एक चुने हुए मुख्यमंत्री के निवास पर रेड की जाती है। दिल्ली की जनता 5 फरवरी को इसका जवाब देगी!

EC को मिली थी शिकायत, C-Vigil एप पर दर्ज हुई थी सूचना

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, EC को C-Vigil एप के जरिए शिकायत मिली थी कि कपूरथला हाउस से नकदी बांटी जा रही है। इस शिकायत के आधार पर फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (FST) ने वहां छापा मारा। जानकारी के मुताबिक, यह पूरी प्रक्रिया चुनाव आयोग के स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत हुई, जिसमें हर शिकायत पर 100 घंटे के अंदर कार्रवाई करनी होती है।  

कपूरथला हाउस में क्या हुआ? जानें पूरी छानबीन की कहानी

चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई के दौरान किसी भी अवैध गतिविधि की पुष्टि नहीं हुई है। कपूरथला हाउस की तलाशी ली गई, लेकिन वहां से कोई संदिग्ध वस्तु या नकदी बरामद नहीं हुई। EC से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि C-Vigil App पर शिकायत आने के बाद FST ने अपनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की। यह चुनाव आयोग का रेड ऑर्डर नहीं था, बल्कि चुनावी आचार संहिता के तहत रूटीन जांच थी।

राजनीतिक माहौल गरमाया, विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आईं सामने
  
इस छापेमारी के बाद आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। AAP ने इस पूरी घटना को राजनीतिक प्रतिशोध बताया, जबकि बीजेपी का कहना है कि अगर भगवंत मान निर्दोष हैं, तो उन्हें जांच से डर क्यों? बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि चुनाव आयोग एक निष्पक्ष संस्था है। अगर किसी ने शिकायत दर्ज कराई थी, तो जांच होना स्वाभाविक है। AAP को इतनी घबराहट क्यों हो रही है? वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष तरीके से सभी दलों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।  

चुनाव आयोग की सफाई: यह एक सामान्य प्रक्रिया थी

EC से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यह कोई राजनीतिक कार्रवाई नहीं थी, बल्कि चुनावी प्रक्रियाओं के तहत नियमित जांच थी। C-Vigil एप चुनाव आयोग द्वारा विशेष रूप से चुनावी गड़बड़ियों की शिकायतों के लिए बनाया गया है, और हर चुनाव में इसे सक्रिय किया जाता है। चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह हमारी प्रक्रिया का हिस्सा है। हमें हर शिकायत पर 100 घंटे के अंदर जांच करनी होती है। कपूरथला हाउस में जो भी हुआ, वह सिर्फ एक निरीक्षण था, न कि कोई लक्षित कार्रवाई।

ये भी पढ़ें: Delhi Election: दूसरे नोटिस के बाद केजरीवाल का चुनाव आयोग पर हमला, बोले- इलेक्शन कमिश्नर खुद चुनाव लड़ लें

5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को नतीजे

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, जबकि मतगणना और नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को होगी। इस बार 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, और करीब 1.55 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग की इस कार्रवाई का आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन पर क्या असर पड़ता है और दिल्ली की जनता इस पूरे घटनाक्रम को किस रूप में देखती है।

ये भी पढ़ें: बिजवासन विधानसभा चुनाव 2025: AAP के खिलाफ पूर्व नेता कैलाश गहलोत और देविंदर सेहरावत मैदान में, देखें त्रिकोणीय मुकाबला

5379487