Amanatullah Khan: आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान के घर आज सोमवार को सुबह-सुबह ईडी की टीम पहुंची है। आप विधायक ने खुद इसका दावा किया है। अमानतुल्लाह खान ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि ईडी के लोग मुझे गिरफ्तार करने मेरे घर पहुंचे हैं। आप विधायक के इस दावे के बाद आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। वहीं, बीजेपी ने भी आप नेताओं के आरोपों पर पलटवार किया है।
दिल्ली के ओखला विधानसभा से आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने एक्स पर अपनी पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में अमानतुल्लाह खान ने कहा कि अभी सुबह-सुबह तानाशाह के इशारे पर उनकी कठपुतली ईडी मेरे घर पर पहुंच चुकी है, मुझे और आम आदमी पार्टी नेताओं को परेशान करने में तानाशाह कोई कसर नहीं छोड़ रहा। ईमानदारी से अवाम की खिदमत करना गुनाह है? आखिर ये तानाशाही कब तक?
आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर एक और वीडियो शेयर किया है, जिसमें ईडी के अधिकारी उनके घर के दरवाजे के बाहर खड़े हैं। अमानतुल्लाह खान उन से कह रहे हैं कि मैंने आपसे चार सप्ताह का समय मांगा था, मेरी सास का अभी तीन दिन पहले ऑपरेशन हुआ है और आप मुझे गिरफ्तार करने के लिए आ गए।
पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात
इस समय ईडी की टीम अमानतुल्लाह के घर पर है। दिल्ली पुलिस की और अर्धसैनिक बल के जवान भी मौके पर मौजूद हैं।
BJP के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबा दो- सिसोदिया
अमानतुल्लाह खान के घर ईडी की टीम पहुंचने पर आप नेता मनीष सिसोदिया की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि ईडी का बस यही काम रह गया है। बीजेपी के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबा दो... तोड़ दो... जो टूटे नहीं, दबे नहीं उसे गिरफ्तार करके जेल में डाल दो।
जो बोएगा, वही काटेगा- बीजेपी प्रवक्ता
वहीं, बीजेपी ने आप नेताओं की प्रतिक्रिया पर कटाक्ष किया है। बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि जो बोएगा, वही काटेगा। अमानतुल्लाह खान काश आपने यह याद रखा होता।
क्या है मामला
बता दें कि ईडी दिल्ली वक्फ बोर्ड में भर्ती में कथित अनियमितताओं से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। इस मामले में आप विधायक अमनातुल्लाह खान भी कथित रूप से शामिल हैं। आरोप है कि अमानतुल्लाह के कहने पर 36 करोड़ रुपये की संपत्ति की खरीद और बिक्री में मनी लॉन्ड्रिंग की गई।