Delhi Crime News: डाबड़ी पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान सद्दाम गौरी गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक बदमाश के पैर में गोली भी लगी है। इसकी पहचान सूरज के रूप में हुई है। जबकि दूसरे बदमाश का नाम फौजी उर्फ पठान बताया गया है। इनके पास से पुलिस ने दो सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, दो कारतूस और दो खोखे बरामद किए हैं।
किस मामले में शामिल था आरोपी
डीसीपी अंकित सिंह के अनुसार सूरज मर्डर, डकैती, स्नैचिंग, आर्म्स एक्ट सहित कई मामलों में शामिल रहा है। दिल्ली पुलिस को इसकी द्वारका नॉर्थ और द्वारका साउथ थाने के चार मामलों में तलाश थी। इसके साथ ही फैज भी पहले से दो मामलों में शामिल रहा है। पुलिस ने बदमाशों को सरेंडर करने को कहा तो सूरज ने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। इसके बाद टीम ने दोनों बदमाशों को दबोच लिया।
दोनों अपने विरोधी गैंग के बदमाश की हत्या करने के लिए निकले थे। जैसे ही बिंदापुर जेजे कॉलोनी इलाके में पहुंचे पुलिस ने इन्हें घेर लिया। मुठभेड़ में सूरज के बाएं पैर में गोली लगी है। उसे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह अक्टूबर में जेल से बेल पर रिलीज होकर आया था। इस पर दर्ज 13 मामले डाबड़ी थाने के बताये जाते हैं।
गहने चोरी करने वाला गिरफ्तार
एक अन्य केस में उत्तरी जिले की पुलिस ने चांदनी चौक की एक दुकान से लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य के सोने के गहने चोरी करने के आरोप में सोमवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी अमित वर्मा चांदनी चौक में आभूषण की दुकान पर ही काम करता था और उस पर लगभग 80 लाख रुपये का कर्ज था। डीसीपी राजा बंथिया के अनुसार 18 नवंबर को अमित वर्मा ने एक अन्य जौहरी पंकज गोयल से अपनी दुकान के लिए सोने के डिजाइन खरीदने के बहाने संपर्क किया था। गोयल ने 1.8 किलोग्राम आभूषण अमित को दिए।
कई जगह छापेमारी के बाद हाथ आया आरोपी
बाद में गोयल को पता चला कि अमित आभूषण लेकर फरार हो गया है। कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया। इसके बाद यूपी के फर्रुखाबाद, बिजनौर, हरिद्वार, सहारनपुर और दिल्ली में कई जगहों पर छापेमारी कर अमित की तलाश की गई। सीसीटीवी फुटेज से भी अमित की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। पता चला कि अमित चांदनी चौक से आजाद नगर तक ऑटो रिक्शा से गया। इसके बाद उसने कई फोन का इस्तेमाल किया, जिनमें हरिद्वार के एक दुकानदार और सहारनपुर के एक ई-रिक्शा चालक का फोन भी शामिल था।
वह 23 नवंबर को दिल्ली लौट आया और पूर्वी आजाद नगर में अपने एक दोस्त से संपर्क किया। गुप्त सूचना के आधार पर कश्मीरी गेट बस अड्डे से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके पास से सोने के आभूषण बरामद हो गये। बरामद गहनों में 110 अंगूठी, 30 हार व झुमके शामिल हैं। अमित ने कबूला कि उसकी योजना आभूषणों को फर्रुखाबाद में बेचकर अपना कर्ज चुकाने की थी।
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