Delhi Classroom Scam: आम आदमी पार्टी के दो दिग्गज नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन फिर जेल जा सकते हैं। दरअसल गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दी है। दिल्ली सरकार के 193 स्कूलों में 2400 से अधिक नए कमरों के निर्माण में अनियमितता पाई गई है। इस संबंध में करीब छह साल पहले बीजेपी के नेताओं ने नई दिल्ली थाने में शिकायत दी थी।
एसीबी ने सौंपी थी रिपोर्ट
शुरुआती जांच के बाद अनियमितता पाई गई। इसके बाद एसीबी ने पूरे मामले की सिलसिलेवार तरीके से जांच शुरू की और अपनी जांच रिपोर्ट में शिकायत को सही बताते हुए तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति के लिए उन्होंने फाइल उपराज्यपाल को भेजी थी, जिसे आगे गृह मंत्रालय को भेजा गया था।
अब गृह मंत्रालय ने आम आदमी पार्टी के इन दोनों नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है। बता दें कि आम आदमी पार्टी के ये दोनों नेता विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले जमानत पर बाहर आए है। मनीष सिसोदिया पर आबकारी नीति 2021-22 में घोटाले का आरोप है। तो वहीं, सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल जाना पड़ा था।
बीजेपी के नेताओं ने छह साल पहले दर्ज कराई थी शिकायत
बता दें कि इस संबंध में बीजेपी के नेता हरीश खुराना, कपिल मिश्रा, नीलकंठ बख्शी ने नई दिल्ली की पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे 9 जुलाई 2019 को नई दिल्ली पुलिस ने एसीबी को ट्रांसफर कर दिया था। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार ने अत्यधिक बढ़ी हुई लागत पर स्कूल के कमरों/भवनों के निर्माण के लिए दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 2000 करोड़ रुपये से अधिक का एक बड़ा घोटाला किया है।
इस घोटाले में बहुत अधिक और बढ़ी हुई निर्माण लागत पर लगभग 12,748 स्कूल कमरों का निर्माण शामिल है। स्कूल के कमरों/भवनों के निर्माण के लिए कुल लागत लगभग 2892.65 करोड़ रुपये है। स्कूल के कमरों/भवनों का निर्माण कथित रूप से 8800 रुपये वर्ग फीट की दर से किया जा रहा है जबकि औसत निर्माण लागत (यहां तक कि फ्लैटों के निर्माता के लिए भी) लगभग 1500 रुपये वर्ग फीट है।