Delhi Hospitals: देश में 31 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस दौरान कई बार पटाखों या दीयों से लोगों के जलने या आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में दिल्ली के अस्पताल भी हाई अलर्ट पर हैं। अगर ऐसी कोई घटना घटित होती है, तो दिल्ली के अस्पतालों में आपातकालीन विभाग हाई अलर्ट पर रहेगा। इसके लिए अलग से सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं और इस दौरान ऑपरेशन थिएटर भी सक्रिय रहेंगे। जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन थिएटर भी खाली रहेंगे। ऐसी किसी घटना में घायल हुए लोगों के लिए अलग से बेड आरक्षित किए गए हैं।
इन अस्पतालों में हाई अलर्ट
दिल्ली के सफदरजंग, लोकनायक, जीटीबी, डॉ. राम मनोहर लोहिया, बाबा साहेब अंबेडकर, डीडीयू समेत कई अस्पताल हाई अलर्ट पर होंगे। इन सभी अस्पतालों में लोगों के इलाज के लिए खास इंतेजाम किए गए है।
क्या बोले डॉक्टर्स
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बर्न विभाग के प्रमुख डॉ. समीक भट्टाचार्य ने जानकारी दी कि दिवाली को लेकर अस्पताल तीन दिनों तक अलर्ट मोड पर रहेगा। इसके लिए वार्ड नंबर दो में 10 से ज्यादा बिस्तर खाली रखे जाएंगे, ताकि जरूरतमंदों को समय पर इलाज मिल सके। वहीं इस मामले पर लोकनायक अस्पताल के आपातकालीन विभाग की प्रमुख डॉ ऋतु सक्सेना ने बताया कि दिवाली को ध्यान में रखते हुए 70 बेड के डिजास्टर वार्ड को सक्रिय किया गया है। इसके अलावा जरूरत के अनुसार आईसीयू भी खुले रहेंगे।
सफदरजंग अस्पताल की पूनम ढांडा ने बताया कि दिवाली से एक दिन पहले, दिवाली वाले दिन और दिवाली के एक दिन बाद तक के लिए कर्मचारियों को स्पेशल ड्यूटी सौंपी गई है और अस्पताल में अनहोनी घटनाओं से निपटने के लिए पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। वहीं एम्स में भी बेड आरक्षित करने के साथ ही पूरे स्टाफ को सक्रिय रहने के लिए कहा गया है।
क्यों पड़ सकती है जरूरत
बता दें कि बीते साल दिवाली के समय दिल्ली में जलने के 500 से ज्यादा मामले सामने आए थे। इसमें सबसे ज्यादा मामले दिये से जलने के थे। इसके अलावा पटाखे फटने के भी कई मामले सामने आते हैं। कई बार पटाखे फोड़ते समय हाथ में ही फट जाता है, इससे हाथ और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में तुरंत सर्जरी करने की जरूरत पड़ सकती है।
जलने पर क्या करें
अगर कोई व्यक्ति जल जाता है, तो उसे तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। जले हुए पार्ट पर बर्फ का इस्तेमाल न करें और 15 मिनट तक पानी डालें। अगर जले हुए एरिया में कपड़ा है तो उसे न हटाएं और डॉक्टर के पास जाएं।
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