Ram Lalla Pran Pratishtha: सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर में आयोजित भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ रामलला 500 साल बाद अपने जन्मस्थान पर लौट आए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवित्र अनुष्ठान किया। इस कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए और चारों तरफ उत्साह का माहौल रहा। इसी बीच, दिल्ली के तकरीबन 800 घरों में किलकारियां गूंजी। वहीं, प्राण प्रतिष्ठा के दिन बच्चों को जन्म देने वाली महिलाएं खुद को और अपने बच्चों को सौभाग्यशाली मान रही है। वह बच्चे को राम और सिया का अंश मान रही हैं।
किसी ने नाम राम रखा तो किसी ने सिया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के नेहरू विहार में रहने वाले पवन सिंह ने बताया कि भगवान राम की आज अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हुई और आज के ही दिन हमारे घर में राम आएं है। इसलिए बच्चे का नाम राम रखा गया है। वहीं, राम नगर निवासी पूजा नाम की एक महिला ने बेटी को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र दिन हमारे घर में नया मेहमान आया है। कोई बच्ची को जानकी कहकर बुला रहा है, तो कोई सिया। कई जोड़े जिनकी डिलीवरी जनवरी महीने के दूसरे और तीसरे सप्ताह में होनी थी, उन्होंने 22 जनवरी को डिलीवरी कराने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञों से संपर्क किया था। उनमें से कुछ की इच्छा पूरी हो गई और वे खुश थे।
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दिल्ली में एक दिन में कितने बच्चे लेते हैं जन्म
दिल्ली सरकार के द्वारा जारी आकंड़ों के मुताबिक, राजधानी में प्रति दिन औसत जन्मों की संख्या 2021 में 745 से बढ़कर 2022 में 823 हो गई है। रजिस्टर कुल जन्मों में से 1,55,670 (51.8 प्रतिशत) लड़के थे और 1,44,581 (48.1 प्रतिशत) लड़कियां थी। वहीं, 99 जन्मों को 'अन्य' श्रेणी से संबंधित माना गया था। दिल्ली में जन्म दर में इजाफा हुआ है। मृत्यु दर में काफी कमी देखी गई है।