Delhi Crime News: राजधानी दिल्ली के जामिया नगर के हत्या के मामले में पैरोल जम्प कर पिछले तीन साल से फरार चल रहे बदमाश को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच टीम ने आरोपी तक पहुंचने के लिए होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए वोटर आईडी कार्ड बनाने के लिए मुंबई अधिकारी के रूप में काम किया। इसके बाद उसकी पहचान कर उसे मुंबई के गोवंडी से अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने बदमाश की पहचान मोहम्मद मुस्ताक के रूप में की।
शिकायतकर्ता के बेट को पांचवी मंजिल से फेंका
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि दुश्मनी की वजह से तीनों आरोपियों ने झगड़े के अगले दिन ही शिकायतकर्ता के बेटे को पांचवी मंजिल से फेंक दिया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपित मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। बता दें कि 15 मई, 2021 को कोरोना महामारी के दौरान उसे 90 दिनों की आपातकालीन पैरोल पर रिहा किया गया था। मगर 90 दिन बाद उसने सरेंडर नहीं किया और तब से फरार था।
पुलिस को आरोपी के मुंबई में होने की सूचना मिली
पुलिस को 6 अप्रैल को आरोपी के मुंबई में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद एक टीम का गठन कर तकनीकी विश्लेषण और मैनुअल इंटेलिजेंस की मदद से टीम ने मुंबई में उसके होने का पता लगाया। लेकिन, पुलिस को उसके वहां होने का पता नहीं चल सका। इसलिए टीम ने आरोपी तक पहुंचने के लिए चुनाव अधिकारी के तौर पर काम किया और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान कार्ड बनाने के लिए 500 से ज्यादा घरों में गई।
शादी के बाद कमाने के लिए मुंबई गया
क्राइम ब्रांच पुलिस उस आरोपी को गिरफ्तार करने में सफल रही। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अपनी दाढ़ी-मूंछ कटवा कर पहचान बदल कर रह रहा था। जब पुलिस ने मुस्ताक से पूछताछ की तो उसने बताया कि जब वह पैरोल पर रिहा हुआ था तो उसके बाद वह अपने गांव गया और वहां पर जाकर उसने शादी कर ली। इसके बाद उसके पास कमाने का कोई साधन नहीं था और पुलिस की तलाश कर रही थी। इसलिए वह मुंबई चला गया और वहां कढ़ाई के गोदाम में जाकर काम करने लगा।